Kanpur News: टेस्ट में नंबर कम आने पर टीचर ने छात्र को बेरहमी से पीटा, डंडे से पिटाई के पड़ गए निशान

Kanpur News: परिजन अन्य अभिभावकों को लेकर स्कूल पहुंचे। और टीचर को बुलाने के लिए कहा। जहां अभिभावकों का गुस्सा देख मामले को शांत करने के लिए अन्य टीचर आ गए।

Report :  Anup Pandey
Update: 2024-05-17 07:48 GMT

टेस्ट में नंबर कम आने पर टीचर ने छात्र को बेरहमी से पीटा   (photo: social media )

Kanpur News: घाटमपुर थानाक्षेत्र के अंतर्गत नौरंगा स्थित एक निजी विद्यालय में संस्कृत के टेस्ट में नंबर कम आने पर टीचर द्वारा सातवीं के छात्र को डंडे से जानवरों की तरह पीटा। जहां पिटाई से आक्रोशित अभिभावक स्कूल पहुंचे तो प्रधानाचार्य द्वारा शिक्षक को उम्रदराज बताकर उन्हें वहां से टरका दिया गया। जिस पर परिजनों ने पुलिस व कानपुर जनपद के शिक्षाधिकारी से कार्यवाही की मांग की है।

परास गाँव निवासी नरेंद्र तिवारी का बेटा रौनक नौरंगा स्थित पं. गुरु प्रसाद इंटर कॉलेज में कक्षा 7 वीं का छात्र है। रौनक ने बताया कि बीते दिनों उसके स्कूल में टेस्ट चल रहे थे और उसके संस्कृत में नंबर कम आए थे।गुरुवार को स्कूल पहुंचा तो संस्कृत के टीचर शिवशंकर सचान अपने पीरियड पर पढ़ाने आए तो रौनक को क्लासरूम में खड़ा करते हुए टेस्ट में नंबर कम आने की बात कहते हुए डंडे से बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी। पिटाई के दौरान छात्र के चेहरे पर चोट के साथ पीठ पर डंडे के निशान बन गए।

फफक कर रो पड़ा रौनक़

स्कूल की छुट्टी के बाद रौनक़ घर पहुंचा। माँ से लिपटकर रोने लगा और ज़ब घरवालों ने उसके चेहरे पर निशान देखा तो रौनक ने स्कूल टीचर द्वारा पिटाई की बात बताई। जिस पर आज परिजन अन्य अभिभावकों को लेकर स्कूल पहुंचे। और टीचर को बुलाने के लिए कहा। जहां अभिभावकों का गुस्सा देख मामले को शांत करने के लिए अन्य टीचर आ गए।

प्रिंसिपल बोले टीचर को कम दिखाई देता

आज ज़ब रौनक को स्कूल लेकर अभिभावक व अन्य लोग पहुंचे और पिटाई की शिकायत प्रिंसिपल वेदप्रकाश से की तो उन्होंने बताया की संस्कृत के अध्यापक शिवशंकर उम्रदराज है और उन्हें कम दिखाई देता है। जिसके कारण कहां मार रहे है नहीं दिखाई दिया होगा। परिजन बोले- मारने के समय में नहीं दिखाई दिया, लेकिन बच्चे के नम्बर कम दिख गए। वहीं अभिभावक आक्रोषित होकर वापस लौट आएं और घाटमपुर थाने में लिखित शिकायत करते हुए स्कूल प्रबंधन व टीचर के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।

बैठाई जांच कमेटी

अभिभावकों ने मामले की शिकायत फोन पर कानपुर के डीआईओएस से की, जिस पर उन्होंने तत्काल स्थानीय जाँच टीम में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल अंजू सिंह को जांच के लिए स्कूल भेजा है।

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