Bithoor Mahotsav 2024: कैलाश खेर के गीतों पर झूमे दर्शक, 'बम-बम-बम लहरी' और 'तेरी दीवानी' से बांधा समां
Kanpur Bithoor Mahotsav 2024: विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने कहा कि, 'बिठूर के साथ-साथ आज पूरे देश मे महोत्सव का माहौल है। जब से अयोध्या में रामलला विराजमान हुए है। लोगों के दिलो में बिठूर के प्रति ऐसा ही उत्साह बना रहे।
Kailash Kher Performance in Kanpur: बॉलीवुड सिंगर कैलाश खेर ने बिठूर महोत्सव-2024 में जबरदस्त परफॉर्मेंस दिया। उनके गाये गीतों पर श्रोता झूमने को मजबूर जो गए। कैलाश खेर ने 'पिया के रंग-रंग दी ओढ़नी', 'क्या कभी अम्बर से सूर्य बिछड़ता है, क्या कभी बिन बाती दीपक जलता है', 'कौन है वो कौन है वो, कहां से वो आया', 'तेरे नाम से जी लू, तेरे नाम से मर लू, तेरे नाम से सदके से ऐसा कुछ कर जाऊ', 'जय-जय जयकार, स्वामी देना साथ हमारा', 'तेरी दीवानी', 'बन-ठन के गोरा कहा चली', 'अल्लाह के बंदे हंस दे, जो भी होगा कल आएगा', 'बम-बम-बम लहरी' जैसे गीतों को गाकर शानदार प्रस्तुति दी। उनके मंच पर आते ही दर्शक ताली बजाने लगे। बम-बम-बम लहरी गाने ने दर्शकों में जोश भर दी।
बिठूर महोत्सव- 2024 में पहुंचे कई गणमान्य
कैलाश खेर ने ये प्रस्तुति बिठूर महोत्सव-2024 में दी। महोत्सव का आयोजन नाना राव स्मारक पार्क बिठूर में हो रहा है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्य मंत्री ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा विभाग यूपी सोमेंद्र तोमर, विधायक बिठूर अभिजीत सिंह सांगा, विधायक औरैया अजय प्रताप सिंह, एमएलसी विनीत सिंह,अध्यक्ष नगर पंचायत निर्मला सिंह, मंडलायुक्त अमित गुप्ता, जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह व मुख्य विकास अधिकारी सुधीर कुमार द्वारा दीप प्रज्वलन कर शुभारम्भ किया गया। इसके पूर्व बिठूर पत्थर घाट में मां गंगा की आरती की गयी।
बिठूर का ऐतिहासिक-सांस्कृतिक महत्व
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने अतिथियों के स्वागत संबोधन के बाद बिठूर महोत्सव के बारे में बताया। कानपुर का बिठूर महत्वपूर्ण स्थान और एक अलग पहचान रखता है। बिठूर ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, पौराणिक व धार्मिक का केंद्र है। मां गंगा के प्रति समर्पण की थीम के साथ भव्य रूप से आयोजित किया जा रहा है।
ऊर्जा मंत्री बोले- आजादी की लड़ाई में बिठूर का विशेष योगदान
ऊर्जा मंत्री ने कहा, 'बिठूर महोत्सव के भव्य आयोजन के लिए सभी को बधाई। बिठूर विधायक अभिजीत सिंह सांगा द्वारा यहां की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ाने और संस्कृति को बचाने के प्रयास जारी हैं। ऐसे आयोजन युवाओं को एक नयी दिशा देने का काम करता है। उन्होंने कहा, 1857 की क्रांति व देश को आजाद कराने में बिठूर, मथुरा का विशेष योगदान रहा है। आज का आयोजन संस्कृति व संस्कार को बढ़ाने के लिए हो रहा है'।
...ताकि बिठूर के प्रति उत्साह बना रहे
विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने कहा कि, 'बिठूर के साथ-साथ आज पूरे देश मे महोत्सव का माहौल है। जब से अयोध्या में रामलला विराजमान हुए है। बिठूर महोत्सव का आयोजन इसीलिए किया जा रहा है कि लोगों के दिलो में बिठूर के प्रति ऐसा ही उत्साह बना रहे। और युवा बिठूर के ऐतिहासिक, धार्मिक व पौराणिक महत्व को जान सके तथा संस्कृति व संस्कार को आगे बढ़ा सकें।'