Kanpur News: स्कूल परिसरों में लगे है जंगली पेड़ पौधे, अध्यापक से लेकर बीएसए तक कर रहे अनदेखी
Kanpur News: अधिकारियों को जांच में पता चला कि स्कूल में ही जेट्रोफा के कई पेड़ लगे है। कई वर्षों से स्कूल के आस पास ऐसे ही जंगली पौधे लगे हुए है, जो स्कूल में पढ़ने आ रहे बच्चों की जान खतरे में डाल रहे है।
Kanpur News: कानपुर शहर सरसौल क्षेत्र के शंकरानंद जूनियर हाईस्कूल में सोमवार को 15 बच्चे जेट्रोफा के फल खाकर बीमार हो गए। वहीं अभिभावकों का कहना है कि बच्चे मिड मिल भोजन खाने से बीमार हुए है। वहीं डॉक्टरों की जांच में पता चला कि एक फल खाया है, जिससे ये बच्चे बीमार हुए है।
जेट्रोफा का फल खाने से बच्चे बीमार
अधिकारियों को जांच में पता चला कि स्कूल में ही जेट्रोफा के कई पेड़ लगे है। कई वर्षों से स्कूल के आस पास ऐसे ही जंगली पौधे लगे हुए है, जो स्कूल में पढ़ने आ रहे बच्चों की जान खतरे में डाल रहे है। वहीं, स्कूल प्रशासन भी इन पौधों को देख अनजान बन रहा है। बीमार बच्चों का इलाज हैलट में चल रहा है। जिनको देर रात देखने के लिए अपर पुलिस आयुक्त हरीश चन्दर हैलट पहुंचे। फूड प्वाइजनिंग से बीमार हुए बच्चे जो हैलट अस्पताल में भर्ती हैं उनकी अच्छी देखभाल और इलाज के लिए डॉक्टरों से बातचीत की।
शहर के स्कूल परिसर में लगे है जंगली पेड़
बर्रा, गुजैनी और कई ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूल परिसरों में जंगली पेड़ लगे हुए है। जहां इन पेड़ों की कटाई नहीं की जाती है और न ही इन पेड़ों के जंगलों को साफ किया जाता है। जिम्मेदार व्यक्ति पार्षद और प्रधान पर ये कार्य करने की बात कह टाल देता हैं। इतना ही नहीं जब कोई स्कूल में साफ सफाई करनी होती है। तो वह कार्य स्कूल के बच्चों से कराई जाती है। जिसके वीडियो कई बार वायरल हो चुके है। लेकिन, वीडियो वायरल होने के बाद अधिकारी जांच करने के बात कह मामला टाल देते हैं।
जूनियर हाईस्कूल, इंटर और डिग्री स्कूल है संचालित
शंकरानंद स्कूल में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक कक्षाएं चलती हैं। इसके बाद इंटर कालेज और लास्ट में डिग्री कालेज संचालित होता है। डिग्री कालेज की इमारत के सामने जेट्रोफा के कई पेड़ लगे हुए हैं। बच्चों के बीमार होने की जानकारी होने पर बीएसए टीम के साथ स्कूल पहुंचे। जहां जंगली पौधे जेट्रोफा के पेड़ व फलों को देखा तो स्कूल के जिम्मेदारों को कड़ी फटकार लगाई।
घटना के बाद बीएसए सुरजीत कुमार सिंह ने बताया कि स्कूल के बच्चे पीछे की तरफ चले गए थे। जहां इस पौधे के फल खाने से बच्चें बीमार हो गए। खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय, सरसौल व जिलास्तरीय दो अधिकारियों के साथ चार सदस्यीय टीम जांच के लिए गठित कर दी है, जो भी दोषी मिलेगा उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।