Kanpur: शटल सेवा शुरू करने पर ई-रिक्शा चालकों का हंगामा, जमकर किया विरोध

Kanpur: सवारी वाहनों ने शहर का यातायात ध्वस्त कर दिया है। जिसको देख आए दिन जाम का सामना आम पब्लिक को करना पड़ता है।

Report :  Anup Pandey
Update: 2024-03-04 09:28 GMT

शटल सेवा शुरू करने पर ई रिक्शा चालकों का हंगामा (न्यूजट्रैक)

Kanpur News: सवारी वाहनों ने शहर का यातायात ध्वस्त कर दिया है। जिसको देख आए दिन जाम का सामना आम पब्लिक को करना पड़ता है। वहीं आज के समय शहर के हर चौराहे पर ई रिक्शा की भरमार है। वैसे तो कानपुर शहर में जगह जगह ई रिक्शा की भरमार है। वहीं ई रिक्शा से हजारों परिवार का पालन पोषण भी होता है। कई व्यस्ततम चौराहों पर जाम को देख प्रशासन ने जाम से निजात दिलाने के लिए फ्री जोन बनाने का निर्णय लिया गया है। वहीं इसको देखते हुए आज ई रिक्शा चालकों ने रास्ता बंद कर हंगामा शूरू कर दिया।

फ्री ई-रिक्शा जोन के विरोध में हंगामा

टाटमिल और घंटाघर चौराहे को ई-रिक्शा फ्री जोन करने के विरोध में बाकरगंज चौराहे पर सैकड़ों की संख्या में ई रिक्शा चालकों ने एकत्र होकर हंगामा किया। वहीं टाटमिल जानें वाली रोड को बंद कर दिया। चालक टाटमिल, घंटाघर होते हुए मूलगंज जाने की मांग पर अड़े हुए है। बात न सुनी जानें पर बाकरगंज चौराहे पर चालकों ने जाम लगा हंगामा किया। क्षेत्रीय लोगों से सूचना पाकर एसीपी बाबूपुरवा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। एसीपी ने उच्चाधिकारियों के साथ बैठक कर हल निकालने का आश्वासन दिया तब जाकर सब शांत हुए। एसीपी ने चालकों को समझाते जाम खोलने का आग्रह किया तो ई रिक्शा चालक अपनी मांग पर अड़ गए।

टाटमिल से घंटाघर के बीच शटल सेवा हुई शुरू

ई-रिक्शा चालकों की अराजकता के कारण शहर के प्रमुख चौराहों को ई-रिक्शा फ्री जोन करने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने कमर कस ली है। रामादेवी चौराहे को ई-रिक्शा फ्री जोन करने के बाद टाटमिल व घंटाघर चौराहे को चुना गया है। जनता को जाम से बचाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने शटल सेवा शुरू करा दी है। बाकरगंज चौराहे पर शनिवार को 45 टेंपो पर ‘घंटाघर सेवा’ का लोगो लगवाया। अब टाटमिल व घंटाघर जाने के लिए राहगीर इन्हीं टेंपों का इस्तेमाल करेंगे।

शटल सेवा के लिए 50 टेंपो का लक्ष्य रखा

ई-रिक्शा चालक सवारियां बाकरगंज चौराहे पर उतारेंगे, वहां से शटल सेवा के माध्यम से राहगीर टाटमिल व घंटाघर जाएंगे। ई-रिक्शा में चार से पांच सवारियां ही आती है, जबकि टेंपों में सात से आठ सवारियां आ जाएंगी। शटल सेवा के लिए 50 टेंपो का लक्ष्य रखा गया है, जो टाटमिल से घंटाघर तक सवारियां ले जाएंगे।

Tags:    

Similar News