Kanpur News: विकास दुबे के खजांची जय वाजपेयी को SC से लगा बडा झटका, जमानत याचिका खारिज

Kanpur News: चौबेपुर में हुए पुलिस हत्याकांड में आरोपी रहे विकास दुबे के खजांची कहे जाने वाले जय बाजपेई को कोर्ट की तरफ़ से राहत नहीं मिल रही है।

Report :  Anup Pandey
Update:2023-10-30 13:08 IST

जय वाजपेयी की जमानत याचिका खारिज (सोशल मीडिया)

Kanpur News: बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के खजांची कहे जाने वाले गैंगेस्टर जय वाजपेयी को आज यानी सोमवार (30 अक्टूबर) को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने वाजपेयी की जमानत याचिका को खारिज कर दिया है। बता दें कि पुलिस ने वाजपेयी को 20 जुलाई 2020 में जेल भेजा था। 30 मई 2023 को हाई कोर्ट से जमानत याचिका खारिज होने के बाद जय की ओर से स्पेशल लीव पिटिशन सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई थी।

न्याय मूर्ति अनिरुद्ध बोस व बेला एम त्रिवेदी की सदस्यीय खंड पीठ ने जमानत याचिका खारिज करने का आदेश सुनाया है। कानपुर देहात के बिकरू में 2 जुलाई 2020 को विकास दुबे गैंग ने बिल्हौर सीओ सहित आठ पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी थी। वही, इस कांड में कुछ पुलिसकर्मी घायल भी हो गए थे। पुलिस की जांच में ब्रह्मनगर निवासी वाजपेयी को विकास दुबे का खजांची बताया गया था। पुलिस ने बताया था कि जय ने उस कांड में विकास दुबे को दो लाख रूपए और 25 कारतूस उपलब्ध कराये थे। जिसका उपयोग विकास ने पुलिस हत्याकांड में किया था। वहीं पहले से ही जय वाजपेई की हाईकोर्ट से ज़मानत याचिका खारिज हो चुकी है।


बिकरू गांव में क्या हुआ था

चौबेपुर क्षेत्र के बिकरू गांव में 2 जुलाई 2020 की रात को सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा ने सर्किल फोर्स के साथ गैंगस्टर विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए दबिश थी। छापेमारी की सूचना लीक होने के चलते गैंगस्टर ने पहले ही अपने शूटरों के साथ जाल बिछा दिया था। पुलिस के गांव में एंट्री करते ही विकास दुबे और शूटरों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। जिसमें सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत पुलिसकर्मियों की नृशंस हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने अलग-अलग मामलों में 41 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जांच के बाद पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की। पुलिस ने गैंगस्टर में 30 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी।

विकास दुबे के लिए जय करता था ये काम

खजांची के नाम से मशहूर जय बाजपेई विकास दुबे का पैसा रियल स्टेट, जमीनों की खरीद फरोख्त, सरकारी जमीनों पर कब्जा करने में लगाता था। जय और उसके भाइयों ने अपराध के जरिए अकूत संपत्ति अर्जित की थी। हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के संरक्षण में जय और उसके भाइयों ने अपराध के जरिए अकूत संपत्ति अर्जित की थी। जय के पास कानपुर में 10 से अधिक मकान, कई फ्लैट, 6 लग्जरी गाड़ियां हैं।

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