Kanpur Road Accident: उत्सव का माहौल मातम में बदला, रात के अंधेरे में कोरथा गांव में मौत ने दी दस्तक, कई परिवार उजड़े
Kanpur Road Accident: घाटमपुर इलाके में देर रात हुए सड़क हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 12 बच्चे और 14 महिलाएं हैं।
Kanpur Road Accident: शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात कानपुर जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर कोरथा गांव में मौत ने ऐसी दस्तक दी कि देखते ही देखते कई परिवार उजड़ गए। मुंडन संस्कार के उत्सव में डूबा गांव अचानक मातम मनाने लगा। हर घर के दरवाजे पर महिलाएं सिसकियां भर रही हैं। पुरूष भी अपने आंसू चाहकर भी नहीं रोक पा रहे हैं। किसी को समझ ही नहीं आ रहा कि एक काली रात ने उनके जीवन से उजाले को छिन लिया।
घाटमपुर इलाके में देर रात हुए सड़क हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 12 बच्चे और 14 महिलाएं हैं। बताया जा रहा है कि ट्रैक्टर का ड्राइवर राजू निषाद जिसके बेटे का मुंडन था शराब के नशे में था और तेज रफ्तार से गाड़ी चला रहा था। इसी दौरान ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर सड़क किनारे तालाब में पलट गई। ट्रैक्टर के ट्रॉली में करीब 45 लोग सवार थे। सभी मुंडन कार्यक्रम संपन्न होने के बाद वापस अपने गांव लौट रहे थे।
गांव में शव के पहुंचते ही मची चीख-पुकार
सुबह साढ़े चार बजे के करीब एक – एक करके सीएचसी से शवों को कोरथा गांव भेजने का सिलसिला शुरू हो गया। गांव में शवों के पहुंचते ही चीख-पुकार मच गई। पूरा गांव मातम में डूब गया। गांव में केवल रोने और चीखने की आवाज गूंज रही थी। किसी के पत्नी की हादसे में मौत हो गई, तो किसी ने हादसे में अपने इकलौते चिराग को खो दिया। किसी का तो पूरा परिवार ही उजड़ गया। हर कोई अपने के बिछड़ने की बात को विश्वास नहीं कर पा रहा था। लोग एक दूसरे से लिपटकर रो रहे थे।
रातभर एंबुलेंस की आवाज गूंजती रही
कोरथा गांव रातभर एंबुलेंस के सायरन गूंजते रहे। पूरी रात गांव में पुलिस की गाड़ियां आती – जाती रही। आसपास के गांव के लोग भी कोरथा पहुंचे और पीड़ित लोगों को ढ़ांढ़स बंधाया। गांव की महिलाओं का रो-रो कर बुरा हाल है, वो रोते-रोते बेहोश हो जा रही हैं। गांव में जिस बच्चे का मुंडन हुआ, उसका घर भी मातम से अछूता न रहा। उसकी खुद की दादी और उसकी बहन की मौत हो गई। वहीं सोनेलाल नामक एक शख्स ने इस हादसे में अपने परिवार के 6 लोगों को खोया है।