Meerut: हाईवे और सड़कें केसरिया रंग में रंगी, कांवड़ियों में कलयुग का श्रवण कुमार, कांवड़ के साथ बुलडोजर भी छाया
Meerut News: मेरठ समेत पश्चिमी यूपी में हाईवे और सड़कें केसरिया रंग में रंगने लगे हैं। कांवड़ियों की सेवा में जनता ने पलक पांवड़े बिछा दिए हैं। भोजन, चाय, मेडिकल सेवा के शिविर लगातार खुलते जा रहे हैं।
Meerut News: मेरठ समेत पश्चिमी यूपी में हाईवे और सड़कें केसरिया रंग में रंगने लगे हैं। कांवड़ियों की सेवा में जनता ने पलक पांवड़े बिछा दिए हैं। भोजन, चाय, मेडिकल सेवा के शिविर लगातार खुलते जा रहे हैं। मेरठ की बात करें तो शहर की सड़कें केसरिया रंग में रंगने लगी हैं। कांवड़ मार्गों के अलावा शहर के अंदर विभिन्न मार्गों पर शिव भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। हर हर महादेव और बोल बम बम बम के गगनभेदी उद्घोष के बीच कांवड़िया अपनी मंजिल की तरफ बढ़ रहे हैं।
इस बीच व्यवस्था बनाने में पुलिस कर्मियों को यातायात व्यवस्था बनाने में जूझना पड़ रहा है। शिव भक्त कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा की तैयारी भी तेज हो गई है। मेरठ सहित चार स्थानों पर हेलीपैड तैयार किए जा रहे हैं, जिनका काम लगभग पूरा हो चुका है। संभावना जताई जा रही है कि 25 जुलाई को पुलिस लाइन हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर उतर सकता है। मोदीपुरम पल्लव टावर्स के साथ शोभापुर और दिल्ली रोड पर कांवड़ सेवा शिविर आरंभ हो गए हैं।
कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। प्रशासन ने कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। इन सीसीटीवी कैमरों के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है। जहां कांस्टेबलों की ड्यूटी भी लगाई गई है, ये कैमरों के माध्यम से मार्ग पर नजर रखे हुए हैं। गंगनहर पटरी पर कांवड़ियों को सुरक्षा संबंधी व अन्य जानकारी दी जा रही है। कांवड़ यात्रा में हर बार कुछ अलग रंग होते हैं। इस बार तिरंगा कांवड़ के साथ बुलडोजर हर जगह छाया है। टीशर्ट से लेकर कांवड़ भी बुलडोजर में परिवर्तित हो गई है।
कांवड़ यात्रा में हर बार कुछ अलग रंग होते हैं। इस बार तिरंगा कांवड़ के साथ बुलडोजर हर जगह छाया है। टीशर्ट से लेकर कांवड़ भी बुलडोजर में परिवर्तित हो गई है। मेरठ की 101 फीट की तिरंगा कांवड़ की हरिद्वार से दिल्ली तक अलग पहचान है। 30 युवाओं की टीम शहीद स्मारक पर शहीदों को नमन कर हरिद्वार के लिए रवाना हुई। देवेंद्र ने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति में राष्ट्र भावना होनी चाहिए। इसके अलावा सदर के हिन्दी और मुस्लिम कारीगरों द्वारा बुलडोजर कांवड़ तैयार की है। बांस और लकड़ी का इस्तेमाल कर बुलडोजर तैयार किया गया है।
गौरव ने कहा कि कांवड़ हिंदू मुस्लिम सौहार्द का प्रतीक, कांवड़ के परंपरागत आकार में दो बुलडोजर को जोड़ा गया है। कावंड़ियों में कुछ ऐसे युवक भी हैं जो कि अपने बुजुर्ग माता पिता की इच्छा पूरी करने के लिए अपने माता पिता को कांवड़ में बैठाकर हरिद्वार से गंगाजल लेकर आ रहे हैं। ऐसे ही एक युवक का शनिवार को मेरठ पहुंचने पर लोगों ने स्वागत सम्मान किया। मीरपुर लोनी निवासी इस युवक का नाम विकास गहलोत है।
कलयुग के इस श्रवण कुमार ने बताया कि उनके बुजुर्ग माता पिता बाला देवी और बृजमोहन की काफी समय से हरिद्वार से गंगाजल लाकर पुरामहादेव शिवलिंग पर अर्पित करने की इच्छा थी, लेकिन उम्र अधिक होने के चलते वह पैदल चलने में असमर्थ थे। उनकी इच्छा को देखते हुए उसने उन्हें अपने कंधे पर कांवड़ में बैठा कर हरिद्वार से गंगाजल लाकर पुरामहादेव जलाभिषेक कराने का संकल्प लिया। विकास गहलोत का कहना है कि उसे अपने इस संकल्प को पूरा करते हुए काफी खुशी मिल रही है।