Kasganj News: अबेकस, ब्रेल लिपि के साथ लेपटॉप और मोबाइल सीख रहे बच्चे, दिव्यांग बच्चों का कायाकल्प
कासगंज में दृष्टिबाधित बच्चों को प्रशिक्षण देकर उनके जीवन में नई उम्मीद जगाने का काम साइट सेवर्स संस्था कर रही है। साइट सेवर्स इंडिया संस्था की ओर से दृष्टिबाधित बच्चों को प्रशिक्षण दिया गया।
Kasganj News: कासगंज में संस्था साइट सेवर्स दृष्टि विकलांग बच्चों के जीवन में बदलाव के लिए उनके सर्वांगीण विकास के लिए ट्रेनिंग के माध्यम से नई उम्मीद जगाने का काम कर रही है। साइट सेवर्स इंडिया संस्था द्वारा दृष्टि वांछित बच्चों को प्रशिक्षित किया गया। समेकित शिक्षा के अंतर्गत दृष्टि वांछित व अल्पदृष्टि वांछित बच्चों को लेकर कासगंज के होटल फोरलीव में दो दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान जनपद के स्कूल से आए हुए अध्यापकों को संस्था द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
समेकित शिक्षा अभियान के तहत शिक्षक और दृष्टि विकलांग बच्चों के बीच सामंजस्य के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, इस कार्यक्रम मे सहभागिता कर रहे सभी शिक्षक और बच्चों ने संस्था और जिला प्रशासन द्वारा अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत दी जा रही ट्रेनिंग और उपकरणों के लिए धन्यवाद दिया।
प्रशिक्षण के दौरान अबेकस से बच्चे गिनती सीखने का काम कर रहे हैं। वहीं ब्रेल लिपि की सहायता से पढ़ना भी सीख रहे हैं। साथ ही साथ लेपटॉप और स्मार्ट मोबाइल फ़ोन के प्रयोग को भी सीख रहे हैं। इस अवसर पर कम्पोजिट विद्यालय की प्रभारी सरिता चौहान ने बताया कि जिला प्रशासन और साइट सेवर्स संस्था के सहयोग से दृष्टि विकलांग बच्चों के जीवन मे एक उम्मीद की किरण प्रकाशित हो रही है जो माता पिता इन बच्चों को अपने ऊपर भार समझने की गलती कर रहे थे, सामाजिक रूप से उनकी उपेक्षा कर रहे थे, आज वो भी खुश हैं क्योंकि इन बच्चों के साथ उनके माता पिता को भी सिखाया जा रहा है कि इनके साथ कैसे अच्छा जीवन व्यतीत हो सकता है।
छात्र लकी ने बताया कि इस ट्रेनिंग कार्यक्रम से उसके जीवन मे बड़ा बदलाव आया है और उसकी इच्छा है कि वो या तो आईएएस बने या फिर शिक्षक बनकर समाज में कार्य करे। छात्र आदित्य कुमार ने बताया कि लगभग तीन वर्ष से इस संस्था के प्रशिक्षण कार्यक्रम मे प्रतिभाग कर रहा हूं, वो जनपद के गंजडुंडवारा क्षेत्र के अल्लेपुर का रहने वाला है और पिथनपुर के इंटर कॉलेज मैं कक्षा 11 का छात्र है, इस कार्यक्रम से उसे जीवन मे एक नई उम्मीद मिली है अब वो बेसहारा नही बल्कि किसी का सहारा बन सकता है।
ट्रेनर निर्मल वर्मा के अनुसार ये कार्यक्रम सामान्य शिक्षक गणो और विशेष शिक्षक गणों को प्रशिक्षित करने के लिए है कि नई तकनीक से इन दृष्टि विकलांग बच्चों के जीवन में क्या और अच्छा किया जा सकता है। शिक्षा और तकनीक के सहारे समाज मे एक नई क्रांति और उम्मीद की किरण बनकर अपने सपने को पूरा करने मे सक्षम बनेंगे। कार्यक्रम के पूर्ण होने पर सभी उपस्थित शिक्षक गणों व जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया।