Akhilesh Yadav को बड़ा झटका, सपा के पूर्व सांसद Devendra Singh Yadav ने ली BJP की सदस्यता

Kasganj News: समाजवादी पार्टी के एटा लोकसभा क्षेत्र से पूर्व सांसद देवेंद्र सिंह यादव ने आज लखनऊ भाजपा कार्यालय पर पार्टी की सदस्यता ली है।

Written By :  Sidheshwar Nath Pandey
Report :  Ajay Chauhan
Update:2024-03-17 21:04 IST

देवेंद्र सिंह यादव ने थामा भाजपा का दामन। (Pic: Newstrack)

Devendra Singh Yadav Joins BJP:  लोकसभा चुनाव से पहले सपा में बगावत का सिलसिला जारी है।  इसी क्रम में आज समाजवादी पार्टी के एटा लोकसभा क्षेत्र से पूर्व सांसद कुंवर देवेंद्र सिंह यादव ने आज लखनऊ भाजपा कार्यालय पर स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक व प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी सहित एटा लोकसभा से भाजपा सांसद राजवीर सिंह राजू भैया की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। 

ऐसा रहा है राजनीतिक इतिहास

देवेंद्र सिंह समाजवादी पार्टी के काफी नजदीकी माने जाते रहे हैं। मुलायम परिवार से उनकी नजदीकी की चर्चा होती रहती है। मगर अब उन्होंने अपना रास्ता बदल लिया है। आज उन्होंने भाजपा ज्वाइनिंग कमेटी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक सहित अन्य पार्टी के वर्षिठ नेताओं के समक्ष भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। देवेंद्र यादव के राजनितिक सफर की बात करें तो वो अबतक बड़े पदों पर रह चुके हैं। पहली बार 1976 में चण्डौस सोसाइटी में अध्यक्ष पद के लिए चुने गए। यहां से उन्होंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा। 1981 में देवेंद्र अल्लीपुर बरवारा के प्रधान के रूप में चुने गए। प्रधान के पद के बाद 1983 से 1988 तक दो बार ब्लॉक प्रमुख सोरों के पद पर चुने गए। 1989 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक का चुनाव लड़ा और पटियाली से विधायक चुने गए। इसी सीट से 1996 में दोबारा विधायक बने मगर अब पार्टी बदल चुकी थी। इस बार कांग्रेस से नहीं सपा से विधायक चुने गए। यहीं से इनकी नजदीकी सपा से बनी और ये मुलायम परिवार के करीबियों में गिने जाने लगे। सपा ने भी इनपर विश्वास दिखाया और 1999 और 2004 में लोकसभा का टिकट दिया। देवेंद्र सिंह दोनो बार विजयी हुए। 2014 और 2019 में भी देवेंद्र लोकसभा का चुनाव लड़े, मगर हार का सामना करना पड़ा। 

भाजपा से है टिकट की आस

2004 के बाद जीत का स्वाद न चखने के बाद अब इन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा देवेंद्र सिंह यादव को आगामी लोकसभा चुनाव में टिकट दे सकती है। देवेंद्र के जरिए एटा में यादव वोट साध कर भाजपा यहां अपना विजय अभियान जारी रखना चाहेगी। मगर देवेंद्र को टिकट देने का मतलब होगा राजवीर सिंह का टिकट काटना। राजवीर सिंह एटा के मौजूदा सांसद हैं। 2014 और 2019 में इन्होंने भाजपा को यहां जीत दिलाई है। ऐसे में भाजपा देवेंद्र सिंह यादव और राजवीर सिंह का चुनाव में उपयोग किस प्रकार करती है, ये देखने लायक होगा। हालांकि, आज देवेंद्र सिंह यादव ने शपथ ले कर भाजपा के अबकी बार 400 पार के नारे का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि वो भाजपा के 400 पार के अभियान में शामिल होकर नरेंद्र मोदी को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने में सहयोग करेंगे। 

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