Varanasi: ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे हुआ स्थगित, जिला प्रशासन ने जताई सुरक्षा भंग होने की आशंका
UP Latest News : वाराणसी में आज होने वाले काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Mandir) और ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) का सर्वे सुरक्षा कारणों के कारण टाल दिया गया है।
Varanasi News : काशी ज्ञानवापी मस्जिद मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) व ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का हाल ही में सर्वे होने वाला था। सर्वे कोर्ट कमिश्नर की अगुवाई में 19 अप्रैल को होना था, मगर सोमवार को सुरक्षा व्यवस्था भंग होने की आशंका जताते हुए जिला प्रशासन की ओर से कोर्ट में सर्वे के खिलाफ एक अर्जी दाखिल की गई। इस मामले पर अगली सुनवाई बुधवार 20 अप्रैल को होगी। इस सुनवाई में निर्णय लिया जाएगा की काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे कब किया जाएगा।
इस याचिका पर चल रही सुनवाई
काशी विश्वनाथ धाम और ज्ञानवापी मस्जिद मामले में सिविल जज सीनियर डिविजन रवि कुमार दिवाकर सुनवाई कर रहे हैं। यह याचिका श्रृंगार गौरी को नियमित दर्शन के लिए सौंपने तथा 1991 के स्थिति की तरह ही पूजा अर्चना के आदि आज विश्वेश्वर परिवार के सभी विग्रहों को बिना रोक टोक यथास्थिति रखने के मामले पर दायर की गई है।
इस मामले में अदालत ने सुनवाई करते हुए 8 अप्रैल को ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के सर्वेक्षण के लिए कोर्ट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र को नियुक्त किया था। राखी सिंह व अन्य की तरफ दायर की गई इस याचिका पर अदालत ने सर्वे करके 20 अप्रैल तक रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा था।
जिला प्रशासन ने रुकवाया सर्वे
कोर्ट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र द्वारा परिसर का सर्वेक्षण किया जाता उससे पहले ही सोमवार को वाराणसी जिला प्रशासन ने कोर्ट में सर्वे रुकवाने के लिए एक याचिका दायर कर दी। जिला प्रशासन की ओर से हवाला दिया गया कि इस सर्वे के कारण सुरक्षा व्यवस्था में सेंध लगाई जा सकती है। प्रशासन ने आपत्ति जताई कि मंदिर की सुरक्षा अति आवश्यक है। मंदिर और मस्जिद का एरिया रेड जोन में आता है। अगर सर्वे के दौरान इस एरिया का वीडियोग्राफी होता है तो परिसर की सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
साथ ही जिला प्रशासन की ओर से आपत्ति जताई गई थी श्रृंगार गौरी वह मस्जिद परिसर का भ्रमण करना कोई औचित्य नहीं है। वहीं मस्जिद में कड़ी बैरिकेडिंग की गई है। जिसके अंदर सुरक्षाकर्मियों के अलावा केवल मुसलमान ही प्रवेश कर सकते हैं। इन सब आपत्तियों की दरख्वास्त करते हुए जिला प्रशासन ने कोर्ट में याचिका दायर की थी। अब इस मामले में सुनवाई कल फिर होगी तब तय किया जाएगा कि किस तारीख और किस समय मंदिर मस्जिद परिसर का सर्वेक्षण हो।