बैंगन के इस पेड़ की लंबाई जानकर हो जाएंगे हैरान, और भी हैं कई गुण
बैंगन का पौधा होता है या पेड़। अगर इस सवाल का जवाब आपसे पूछ जाये तो आपको यह सवाल ही खारिज करने वाला लगेगा। लेकिन कानपुर के डॉ. एसपी सचान ने अपने गृहवाटिका...
लखनऊ। बैंगन का पौधा होता है या पेड़। अगर इस सवाल का जवाब आपसे पूछ जाये तो आपको यह सवाल ही खारिज करने वाला लगेगा। लेकिन कानपुर के डॉ. एसपी सचान ने अपने गृहवाटिका में हरित बुंदेला प्रजाति का एक ऐसा बैंगन का पौधा तैयार किया है जिसकी लम्बाई साढ़े आठ फुट है।
ये भी पढ़ें-कोरोना वायरस: मोदी सरकार ने इन देशों के वीजा को किया रद्द, दवा के निर्यात पर रोक
यह बारह महीने फलता है। हरा रंग होने की वजह से इसमें बादीपन नहीं होता। जो आमतौर बैंगन की कमी मानी जाती है। आमतौर पर बैंगन नीले रंग का होता है। इस बैंगन को दो बीजों को क्रॉस करके बनाया गया है। दो बीजों को क्रॉस कराने की पद्धति महज इसलिए अपनाई गई थी। ताकि यह बारह मास फले। इस रंग हरा हो जाये जिससे बादीपन न रह जाये।
म्यूटेशन के कारण यह तीसरा गुण पैदा हुआ
लेकिन इस पौधे में तीसरा गुण न जाने कहां से आकर मिल गया। जिसने इसकी लम्बाई बेताहाशा बढ़ा दी। यही वजह है कि हरित बुंदेला प्रजाति को विकसित करने वाले डॉ. एसपी संचान खुद हैरत में हैं। उन्होंने इतनी लम्बाई के संबंध में सोचा नहीं था। हालांकि वह कहते हैं म्यूटेशन के कारण यह तीसरा गुण पैदा हुआ।
ये भी पढ़ें- यूपी के इस जिले से गायब हुई सरकारी फाइलें, भ्रष्टाचार के मिले थे संकेत
यह प्रजाति किचन गार्डेन के लिए विकसित की गई है। ताकि साल भर कोई भी परिवार बैगन खा सके। इसके रख-रखाव पर कोई खर्च नहीं है।
लेकिन इसे लगाते समय 5 किलो गोबर की खाद डालनी पड़ती है। एक बैंगन का पेड़ 5-6 साल तक रहता है। 20 दिन पर ही हरित बुंदेला का पौधा फल देने लगता है। 20 दिन में 54 फल तोड़े जा सकते हैं। बैंगनी रंग का बैगन बॉयोटिक होता है लिहाजा उससे बादीपन आता है।