Mathura News: ब्रज में हुआ नंदोत्सव, सोहर में झूमी सखियां, खूब मनाई खुशियां
Mathura News: दोत्सव की जानकारी देते धर्माचार्य रसिया बाबा ने बताया कि नंद महोत्सव ब्रज का सबसे बडा उत्सव है। नंद शब्द आनन्द से बना है। गोकुल में नंदबाबा के यह आनंदस्वरूप परमात्मा प्रकट हुए है।
Mathura News: कृष्ण जन्मोत्सव के बाद ब्रज में गोकुल मथुरा, वृंदावन, गोवर्धन, बरसाना और दाऊजी में नंदोत्सव की धूम रही। देश विदेश से पहुंचे श्रद्धालु बड़ी संख्या में मंदिर पहुंचे, जहां नंदोत्सव की परंपरा को निभाते हुए दही कांधा लीला खेली गई। वृंदावन के श्रीनाथ जी मंदिर में भी नंदोत्सव बड़े ही धूल धाम भक्ति भाव के साथ श्रद्धालुओ ने मनाया।
माता यशोदा के घर में आए कान्हा
सबसे पहले ठाकुर श्रीनाथ जी का विग्रह गर्भगृह से निकाल कर झूले में विराजमान कराया गया, उसके बाद नंदबाबा और यशोदा बने श्रद्धालुओं ने अपने कन्हैया को झूला झुलाया और उसके बाद यशोदा के आंगन में बधाई बजने का दौर शुरू हुआ। बधायियो के साथ ही संपूर्ण परिसर भक्तमय हो गया। श्रद्धालुओं ने माता यशोदा ने घर कन्हैया के होने की खुशी में जमकर नाच गाकर मां यशोदा को बधाई दी। वहीं यशोदा के घर लाला होने की खबर सुन सखियां भी मौके पर पहुंच गई और उन्होंने यशोदा और नंद बाबा के घर आए आनंद को देख जमकर नाच खुशियां मनाई। एक तरफ माता यशोदा कन्हैया को झूला झूल रही थी तो वहीं कन्हैया के आने से माता यशोदा के घर में आए आनंद में हर कोई भक्तिमय था।
उधर नंदोत्सव की जानकारी देते धर्माचार्य रसिया बाबा ने बताया कि नंद महोत्सव ब्रज का सबसे बडा उत्सव है। नंद शब्द आनन्द से बना है। गोकुल में नंदबाबा के यह आनंदस्वरूप परमात्मा प्रकट हुए है। कंस के भय से भयभीत भक्तों ने भगवान से प्रार्थन की कि प्रभु इस दुष्ट से मुक्ति दिलाए। तब वह आनंद धन परमात्मा नंद जी के यहां पूर्ण अवतार लेकर प्रकट हुए। इसीलिए हमारे ब्रज का सबसे बड़ा महोत्सव श्री नंद महोत्सव है।
बृजवासियों को मालूम हुआ कि नंदजी के यहां लाल हुआ है तो समस्त गोपीजन श्रृंगार करने लगी 16 श्रृंगार किए और लहंगा ओढ़नी पहनी है मोरला बिछिया और मेहंदी, अलता, काजल आदि सब लगा करके गोपी जनों ने दिव्यता से आप सब लोग फिर नंद भवन के लिए गीत गाती हुई गई है। नंद भवन में जब सब आए हैं बाबा को मैया यशोदा को बधाई दी। पूरे नंद भवन में दधी कांधा की कीच हो गई है। लोगों ने एक दूसरे पर माखन की गोले मार दही की बौछार हुई है और ऐसा आनंद ब्रजवासियों को मिला और लगा की अब उनके आनंद का समय आ गया है।
गोकुल में भी बज रही शहनाई,नंद बाबा दे रहे बधाई
गोकुल में भगवान श्री कृष्ण के जन्म के बाद खुशी मनाई गई। यहां मुख्य कार्यक्रम नंद भवन में हुआ। जहां मंदिर के पुजारियों ने बाल गोपाल का पहले अभिषेक किया और फिर उनका आकर्षक श्रृंगार किया गया। इसके बाद बधाई गायन शुरू हुआ।
यह है मान्यता
भगवान श्री कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ। कंस के डर से वासुदेव उनको यमुना के रास्ते अपने मित्र नंद बाबा के महल गोकुल ले गए। जहां उन्होंने भगवान कृष्ण को यशोदा मैया के पास लिटा दिया और वहां से योगमाया को लेकर आ गए। सुबह जब गोकुल के निवासी जागे तो पता चला कि यशोदा मैया के लाला ने जन्म लिया है। इसके बाद सभी ब्रजवासी नंद बाबा को बधाई देने उनके महल पहुंचे। जहां वह कहने लगे नंद घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की।