योगी का इस्तीफा: फिर उठी मांग, हाथरस पीड़िता के परिवार से मिले वाम नेता
वामपंथी नेताओं ने बताया कि मुलाकात के दौरान पीड़िता के परिजनों ने पीड़िता की हत्या, हालात और बदसलूकी के बारे में विस्तार से बताया।
मनीष श्रीवास्तव
लखनऊ। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का एक संयुक्त प्रतिनिधि मण्डल मंगलवार को दरिंदगी की शिकार पीड़िता दलित युवती के परिवार से मिलने हाथरस स्थित उसके गांव बूलगढ़ी पहुंचा। वाम दलों के प्रतिनिधि मंडल ने सरकार के रवैये की आलोचना और मुख्यमंत्री योगी से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री अभी तक पीड़ित परिवार से मिलने नही गए इससे शर्मनाक और क्या हो सकता है।
वाम दलों के प्रतिनिधि मंडल ने की हाथरस पीड़ित परिवार
वामपंथी नेताओं ने बताया कि मुलाकात के दौरान पीड़िता के परिजनों ने पीड़िता की हत्या, हालात और बदसलूकी के बारे में विस्तार से बताया। परिवार अब भी अपने को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है और खुल कर बात करने से डर रहा है। वह न्याय की गुहार लगा रहा है और इसके लिये वह न्यायिक जांच चाहता है। उसकी पीड़ा यह भी है कि उच्च न्यायालय ने उन्हे 12 अक्तूबर को उपस्थित होने का नोटिस भेजा है और शोक के इन हालातों में उन्हें यह भी पीड़ादायक लग रहा है। वामपंथी नेताओं ने परिवार की पीड़ा को सांझा किया और भरोसा दिलाया कि वे उनको न्याय दिलाने को हर स्तर पर सहयोग करेंगे।
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योगी सरकार से मांगा इस्तीफाः
मुलाकात के बाद वामपंथी नेताओं ने मीडिया को बयान देते हुए कहा कि यूपी में जिस तरह महिलाओं, बेटियों दलितों और कमजोरों पर जुल्म हो रहे हैं उससे किसी भी इंसान की रूह कांप जाती है। उन्होने सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में न्यायिक जांच की मांग की। उन्होने कहा कि बलरामपुर में बलात्कारियों पर एनएसए लगाया गया है क्योंकि वे मुस्लिम हैं। हमें इस पर कोई आपत्ति नहीं, पर यह आश्चर्यजनक है कि देश और दुनियां को जिस हादसे ने स्तब्ध कर दिया है, उसके आरोपियों पर एनएसए लगाना तो दूर भाजपा के सांसद और विधायक उन्हें जेल तक में वीआईपी सुविधाएं दिलवा रहे हैं। ऐसी सरकार से न्याय की उम्मीद कैसे की जा सकती है।
दंगाइयों की सरकार मुख्य समस्या से ध्यान भटकाने की कोशिश
वाम नेताओं ने कहा कि दंगाइयों की सरकार मुख्य समस्या से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है और विपक्ष पर दंगा भड़काने का आरोप लगा रही है। इस पर कौन विश्वास करेगा? सच तो यह है कि सरकार संरक्षित आरोपियों के समर्थक प्रतिदिन यहां आने वालों पर पथराव कर रहे हैं और उपद्रव करने की हर कोशिश कर रहे हैं। वे यह भी भूल गये हैं कि बाहर से आने वाले लोगों के साथ शालीनता से व्यवहार करना चाहिये, जैसा कि भारत की संस्कृति कहती है। वाम नेताओं ने एक स्वर से योगी सरकार को महिलाओं और बालिकाओं के साथ हो रही दरिंदगी को रोकने में असफल बताया और मुख्यमंत्री के तत्काल इस्तीफे की मांग की।
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वाम दलों के प्रतिनिधि मण्डल में माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा के महासचिव डी राजा, माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य बृंदा करात, भाकपा की राष्ट्रीय सचिव अमरजीत कौर, माकपा उत्तर प्रदेश के राज्य सचिव हीरालाल यादव तथा भाकपा राज्य सचिव डा. गिरीश शामिल थे।
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