योगी के मंत्री का बयान- लोग सैनेटाइजर पी रहे थे इसलिए शराब से हटानी पड़ी रोक
ये बयान खुद प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने एक सवाल के जवाब में दिया है। उन्होंने अपने जवाब में कहा है कि लोगों की जिंदगी बचाने के लिए सरकार को शराब की दुकानें खोलने की इजाजत देनी पड़ी।
लखनऊ: यूपी में लॉकडाउन के दौरान शराब बिक्री को लेकर योगी सरकार के एक मंत्री की तरफ से अजीबोगरीब बयान दिया गया है। मंत्री ने कहा कि बीते 45 दिनों में कई ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिसमें शराब न मिलने के चलते लोग ऐसा कुछ कर बैठे, जिसकी वजह से उनकी जान गई।
प्रदेश सरकार नहीं चाहती कि शराब की वजह से लोगों की जान जाए। लिहाजा, लोगों की जिंदगी बचाने के लिए सरकार ने सूबे में शराब की बिक्री को पुन: शुरू करने की अनुमति दी है।
ये बयान खुद प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने एक सवाल के जवाब में दिया है। उन्होंने अपने जवाब में कहा है कि लोगों की जिंदगी बचाने के लिए सरकार को शराब की दुकानें खोलने की इजाजत देनी पड़ी।
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शराब से रोक हटाने से सरकार को मिलेगी आर्थिक मदद
सरकार के इस कदम से न केवल लोगों की जिंदगी को बचाने का काम किया जा रहा है, बल्कि मुश्किल के इस समय में सरकार को आर्थिक मदद भी मिल रही है।
गाजियाबाद के मोदीनगर का उदाहरण देते हुए वित्त मंत्री ने बताया कि शराब न मिलने की वजह से तीन युवकों ने सैनेटाइजर पी लिया, जिसके चलते उनकी मौत हो गई। कानपुर की एक घटना का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि अवैध शराब पीने के चलते वहां तीन युवकों की मृत्यु हो गई।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के अनुसार, लॉकडाउन लागू होने के साथ ही प्रदेश में शराबी की बिक्री पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई थी। चूंकि शराब लोगों की लाइफ स्टा्इल और फूड हैबिट्स में शामिल हो चुकी है और लोगों की इन आदतों को आसानी से नहीं बदला जा सकता है। लिहाजा, सूबे में शराबबंदी के बाद लोगों ने शराब के वैकल्पिक साधनों को तलाशना शुरू कर दिया है।
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