राम की नगरी कोरोना मुक्त, चाक-चौबंद है प्रशासन की व्यवस्था

लॉक डाउन का द्वितीय चरण जारी होने के बाद अयोध्या का जिला प्रशासन काफी सख्ती से कोरोना को कुचलने के लिए हर संभव कदम उठा रहा है।

Update:2020-04-20 20:17 IST

अयोध्या: राम की नगरी अयोध्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनता कर्फ्यू से लेकर आज तक करोना मुक्त है। लॉक डाउन का द्वितीय चरण जारी होने के बाद अयोध्या का जिला प्रशासन काफी सख्ती से कोरोना को कुचलने के लिए हर संभव कदम उठा रहा है। पड़ोसी जिला गोंडा व सुल्तानपुर में करोना पॉजिटिव मामले मिलने के बाद अयोध्या की सीमाओं पर चौकसी और कड़ी कर दी गई है। किसी भी व्यक्ति को आने जाने पर पूरी तरीके से पाबंदी लग गई है।

जिले में नहीं सामने आया एक भी पॉजिटिव केस

1 दर्जन से अधिक जमाती अयोध्या के विभिन्न थाना क्षेत्रों में चिन्हित किए गए। जिनकी दो बार कोरोना की जांच कराई गई। दोनों बार रिपोर्ट निगेटिव निकलने के कारण आम जनमानस में काफी राहत है। जिले में लगातार करोना से संबंधित मरीजों की टेस्टिंग जारी है जो नेगेटिव आ रही है। जिले के मसौधा के मेडिकल कॉलेज में बने क्वारंटाइन सेंटर में मरीजों को चिन्हित कर रखा जा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ घनश्याम सिंह के अनुसार जो मरीज आ रहे हैं उन्हें रखा जा रहा है तथा उनकी जांच कर प्रत्येक दिन जांच रिपोर्ट प्राप्त की जा रही है। एहतियात के तौर पर सारी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।

ये भी पढ़ें- यूपीः गौतमबुद्ध नगर में कोरोना मरीजों की संख्या 100 हुई

 

अभी तक किसी भी मरीज के पास इस तरीके का संक्रमण नहीं मिला है। जिसके चलते संपूर्ण अयोध्या करोना मुक्त है। राजस्थान के कोटा में अध्ययनरत 63 छात्रों को उत्तरप्रदेश सरकार के सरकारी वाहन से अयोध्या लाया गया। जिसके बाद अयोध्या के राजकीय इंटर कॉलेज में इन अध्ययनरत छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई तथा कोरोना किट से भी जांच की गई। टेस्टिंग में सभी की जांच नेगेटिव पाए जाने के बाद इन सभी को 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन किया गया है। जिनकी निगरानी स्वास्थ विभाग के लोग करते रहेंगे। इस बीच इन लोगों को परिवारजनों से मिलने नहीं दिया गया।

रमजान को लेकर DM ने तैयार की रूपरेखा

ये भी पढ़ें- मुंबईः धारावी में कोरोना के 30 नए मामले सामने आए

जिला प्रशासन अयोध्या में कोरोना जैसी संक्रमण बीमारी से निपटने में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतना चाहता। जिस कारण 23 तारीख से शुरू होने वाले रमजान को लेकर जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने मुस्लिम संप्रदाय के प्रमुख धर्मगुरुओं के साथ बैठकर रमजान महीने को कैसे मनाया जाएगा, इसकी पूरी रूपरेखा तैयार कर दी है। जिसमें सभी को अपने घर में रहकर ही नमाज पढ़ना इफ्तार करना शामिल है। इसके पूर्व भी अयोध्या के ऐतिहासिक चैतराम नवमी मेले को पूरी तरीके से प्रतिबंधित कर दिया गया था। लगभग 10 से 15 लाख तीर्थयात्री आते थे। उसी बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम जन्मभूमि परिसर में ही रामलला की मूर्ति स्थानांतरित कर अस्थाई मंदिर पर पूजन अर्चन कर स्थापित कर दिया। कहीं किसी प्रकार की भीड़-भाड़ व सार्वजनिक आयोजन नहीं किया गया।

चाक चौबंद है प्रशासन की व्यवस्था

जिला प्रशासन की व्यवस्था के अनुसार डोर टू डोर खाद्य सामग्री का वितरण पूरे जिले में हो रहा है। फल सब्जी दूध की किसी भी प्रकार की किल्लत आम जनता को महसूस नहीं होने दी जा रही है। किसी प्रकार की अनहोनी से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरीके से सतर्क है। उसी सतर्कता के कारण तमाम दुकानदार बिना परमिशन के दुकान खोलना शुरू कर दिए थे। जिन्हें प्रशासन द्वारा बंद करा दीया गया है। जिले में लॉक डाउन को सफल बनाने और कोरोना जैसी महामारी से निजात दिलाने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तिवारी ने बताया लाक डाउन उल्लंघन में अब तक 1568 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है।

ये भी पढ़ें- शुरू होगा राम मंदिर निर्माण, ट्रस्ट को मिला अधिग्रहीत भूमि का मालिकाना हक

इसी तरह 1039 वाहन सीज किए जा चुके हैं। ग्रामीण क्षेत्र व नगर क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन का भी कार्य हो रहा है। फिलहाल प्रशासन की दूरगामी दृष्टि के कारण जनपद अयोध्या शुरू से करोना मुक्त की श्रेणी में है। भारत सरकार के दिशा निर्देश पर आज लॉक डाउन में कुछ शर्तों के साथ जिला प्रशासन द्वारा छूट प्रदान की गई। जिसके चलते सड़कों पर कुछ वाहन दिखाई पड़े। पुलिस पूरी तरीके से चौराहे पर मुस्तैदी से तैनात रहकर व्यवस्थाओं को अमलीजामा पहना रही थी। कार्यालय तो खुले पर वहां आम जनता की भीड़ नहीं थी। कार्यालयों में सन्नाटा पसरा रहा।

नाथबख्स सिंह

Tags:    

Similar News