Lucknow: PWD महिला अधिकारी की प्रताड़ना से ठेकेदार ने लगाई फांसी, झूठे रेप केस में जेल भिजवाने का आरोप
Lucknow: लखनऊ के गोमती नगर विस्तार स्थित शिप्रा अपार्टमेंट में PWD की एक महिला अधिकारी से परेशान ठेकेदार ने आत्महत्या कर ली। मृतक ठेकेदार का नाम प्रशांत सिंह बताया जा रहा हैं।
Lucknow News : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमती नगर विस्तार स्थित शिप्रा अपार्टमेंट में पीडब्ल्यूडी (PWD) की एक महिला अधिकारी से परेशान ठेकेदार ने आत्महत्या कर ली। मृतक ठेकेदार का नाम प्रशांत सिंह बताया जा रहा हैं। ठेकेदार प्रशांत सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दरअसल, महिला ने रेप के आरोप में जेल भिजवाया था। प्रशांत सिंह ने अपने सुसाइड नोट में पीडब्ल्यूडी की महिला अधिकारी को कोट करते हुए लिखा है कि, तुमने झूठा रेप का केस किया। भगवान तुम्हें माफ नहीं करेगा।
वहीं, प्रशांत विजय सिंह के भाई ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया है उनके भाई से महिला अधिकारी ने 40 लाख रुपए लिए थे। जिसे मांगने पर वह और उनके पति ने झूठा मुकदमा दर्ज करा कर उन्हें जेल भेज दिया।
गोमती नगर विस्तार स्थित शिप्रा अपार्टमेंट में एक ठेकेदार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। ठेकेदार ने लोक निर्माण विभाग (PWD) की एक महिला अधिकारी पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। जिससे वह सदमे में था। शुक्रवार देर शाम अपने कमरे में पंखे से लटक कर जान दे दी। मृतक प्रशांत विजय सिंह के कमरे से बरामद सुसाइड नोट में पूजा नाम की महिला अधिकारी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उस पर झूठा रेप का मुकदमा दर्ज करा उसे जेल भिजवाया। वह मानसिक रूप से काफी परेशान रहता था। समाज में उसकी बुराई हुई जिसे वह सहन नहीं कर पा रहा है और फिर खुदकुशी कर लिया।
जेल से छूटने के बाद तनाव में था
15 जुलाई को जेल से छूटे प्रशांत विजय सिंह लगातार तनाव में रहते थे। शुक्रवार देर शाम प्रशांत ने फांसी लगाने का निर्णय लिया और कमरे में पहुंचे। इस कमरे में उनका बेटा पढ़ाई कर रहा था जिसे वह बाहर जाकर पढ़ने के लिए कहा। इसके बाद कमरे को अंदर से बंद कर लिया। कुछ देर बाद परिवारजनों ने कमरे का दरवाजा खटखटया तो कोई आवाज़ नहीं आयी। सब यह सोच रहे थे कि वह सो गए होंगे। रात 12 बजे तक दो तीन बार परिवार के सभी लोगों ने दरवाजा खटखटाया लेकिन जब कोई जवाब नहीं मिला तो जब सोने चले गए। सुबह 4 बजे के करीब एक बार फिर परिवार के सदस्य यह देखने पहुंचे कि हो सकता है वह जगे हों लेकिन दरवाजा नहीं खुला। संदेह होने पर इसकी सूचना 112 पर दी गई।
पुलिस ने तोड़ा दरवाजा
सूचना पर पहुंची गोमती नगर विस्तार पुलिस ने दरवाज़ा तोड़ा तो देखा प्रशांत पंखे में लटका हुआ था जिसको देखकर परिवार वाले हैरान रह गए। पुलिस ने कमरे की तलाशी ली तो एक सुसाइड नोट मिला। जिसमें झूठे रेप का मुकदमे का जिक्र किया गया है।
सुसाइड नोट में लिखी 'दिल की बात'
प्रशांत सिंह के कमरे से बरामद सुसाइड नोट में लिखा गया है 'पूजा तुमने मेरे साथ ऐसा क्यों किया। झूठा रेप का केस किया। तुमने और तुम्हारे पापा ने ऐसा क्यों किया। अगर, कोई गलती की थी तो उसकी सजा देती। तुम्हारे पापा को फोन करना, तुम्हारे ऑफिस में फोन करना, तुम्हारे घर आना, उसकी सजा देती। आज मैं जा रहा हूं लेकिन भगवान कभी तुम्हें माफ नहीं भेजा'।
डीसीपी ईस्ट प्राची सिंह का बयान
घटना के संबंध डीसीपी ईस्ट प्राची सिंह ने बताया कि सुबह करीब 6.30 डायल 112 को सूचना दी गई कि गोमती नगर विस्तार के बीट 4 स्थित शिप्रा अपार्टमेंट में रहने वाले प्रशांत विजय सिंह (41 वर्ष) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है। इस सूचना पर पुलिस वहां दरवाजा शव को कब्जे लिया और पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। आईपीएस प्राची सिंह ने बताया कि इस घटना में एक बात यह सामने आई है कि मृतक प्रशांत सिंह पर थाना गाजीपुर में 376 का मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसमें 3 मई को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेजा गया था। 15 जुलाई को कोर्ट से जमानत मिलने के बाद वह बाहर आए थे। परिजनों के मुताबिक जेल से बाहर आने के बाद से प्रशांत काफी तनाव में रहते थे। वह अपनी छवि को लेकर काफी परेशान थे जिसके बाद उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। फिलहाल पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट और घरवालों की तहरीर के आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई करने की बात कह रही है।