BJP प्रत्याशी जयप्रकाश निषाद ने किया नामांकन, दो करोड़ की सम्पत्ति के हैं मालिक
जयप्रकाश के पास गांव में अचल सम्पत्ति के तोर कृषि योग्य भूमि भी है। जिसकी कीमत 15 लाख रूपए है। मुम्बई के फलैट की कीमत 75 लाख बताई गई है।
लखनऊ: राज्यसभा की एकमात्र सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए आज भाजपा उम्मीदवार जयप्रकाश निषाद ने अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। नामांकन पत्र के साथ जयप्रकाश ने अपनी सम्पत्ति का भी विवरण दिया है। जयप्रकाश निषाद का मुम्बई में एक फलैट है। जबकि कुल सम्पत्ति दो करोड़ रूपए की सम्पत्ति है।
जयप्रकाश पर 5 लाख का कार लोन
भाजपा प्रत्याशी जयप्रकाश निषाद ने अपनी सम्पत्ति के दिए गए ब्योरे में पांच लाख का कार लोन भी दर्शाया है। उन्होंने बैकों के अलावा वित्तीय संस्थाओं से 72 लाख रूपए का लोन ले रखा है। जयप्रकाश के पास गांव में अचल सम्पत्ति के तोर कृषि योग्य भूमि भी है। जिसकी कीमत 15 लाख रूपए है। मुम्बई के फलैट की कीमत 75 लाख बताई गई है। जयप्रकाश के ऊपर कोई मुकदमा भी नहीं है। इससे पहले आज सुबह 11 बजे जयप्रकाश निषाद ने जिस सीट के लिए पर्चा दाखिल किया है।
ये भी पढ़ें- बिहार में बाढ़ व कोरोना से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर जुटी सरकार
वह सपा के वरिष्ठ नेता बेनी प्रसाद वर्मा के निधन की वजह से खाली हुई थी। जय प्रकाश निषाद की निर्विरोध जीत तय है। उनके पर्चा दाखिल करने के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, सुरेश खन्ना, सूर्य प्रताप शाही, स्वामी प्रसाद मौर्य, जेपीएस राठौर और विजय बहादुर पाठक सहित कई नेता मौजूद रहे।
बसपा सरकार में रहे मंत्री
बसपा की सरकार में राज्य मंत्री रहे जयप्रकाश निषाद को दो साल पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही भाजपा में लेकर आए थे। जयप्रकाश निषाद 16वीं विधानसभा में विधायक थे। 2012 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में वह बसपा के टिकट पर चैरीचैरा विधानसभा से उम्मीदवार थे। इस चुनाव में निषाद को जीत हासिल हुई थी।
ये भी पढ़ें- कद्दू-लौकी में छुपा था 1.5 करोड़ का गांजा, पुलिस ने 200 किमी. पीछा कर ऐसे पकड़ा
उन्होंने 2007 का चुनाव मनीराम विधानसभा (निर्वाचन संख्या-170) से लड़ा था। इस चुनाव में वह तीसरे स्थान पर रहे थे। 2017 में भी उन्होंने चैरीचैरा से विधानसभा से चुनाव लड़ा। लेकिन भाजपा के प्रत्याशी से हार गए थे। वह 2008 से 2009 तक बहुजन समाज पार्टी की सरकार में राज्य मंत्री रहे थे। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को यूपी में पूर्ण बहुमत मिला।