Lucknow: वेक्टर रोगों पर बोले CMO डॉ. मनोज अग्रवाल, एक चम्मच पानी में भी पैदा हो सकते हैं मच्छर

Lucknow: वेक्टर रोगों पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने कहा कि एक चम्मच पानी में भी मच्छर पैदा हो सकते हैं। इसलिए हम अपने घर व आस-पास पानी न इकट्ठा होने दें।

Report :  Shashwat Mishra
Update: 2022-06-13 17:34 GMT

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल। 

Lucknow: राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम में युवाओं की सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से, जिला स्वास्थ्य समिति के तत्वावधान में फेमिली हेल्थ इंडिया के एम्बेड परियोजना के सहयोग से 'यूथ इंगेजमेंट फॉर सिविक एक्शन प्रोजेक्ट' विषय पर सोमवार को गोष्ठी का आयोजन किया गया।

'बुखार आने पर न करें ख़ुद से इलाज'

इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने कहा कि वेक्टर जनित बीमारियों से बचाव तभी संभव है, जब हम मच्छर जनित परिस्थितियां उत्पन्न न होने दें। एक चम्मच पानी में भी मच्छर पैदा हो सकते हैं। इसलिए हम अपने घर व आस-पास पानी न इकट्ठा होने दें। इसके साथ ही लोगों को इस बात के लिए जागरूक करना जरूरी है कि बुखार आने पर खुद से कोई इलाज न करें। निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं, जहां पर बुखार की जांच और इलाज निःशुल्क उपलब्ध है।

'मच्छर का पनपना नहीं रोक सकते'

जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. रितु श्रीवास्तव ने कहा कि मच्छरों का पनपना तो हम नहीं रोक सकते हैं, लेकिन हम ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न करें जिससे मच्छरों का प्रजनन न हो पाए। मच्छरजनित बीमारियों का बचाव ही इलाज है और यह तभी संभव है जब लोगों के व्यवहार में परिवर्तन हो।

प्लानिंग बेहतर करने से मिलती है आधी सफलता

जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी ने बताया कि यदि किसी भी कार्यक्रम की प्लानिंग बेहतर होती है तो हमें आधी सफलता मिल जाती है। इसलिए यदि हम वेक्टर जनित रोगों से छुटकारा पाने के लिए सही प्लानिंग करें तो अपने उद्देश्य को पूरा कर लेंगे।

कूलर को सही से करें साफ

एम्बेड (एलिमिनेशन ऑफ़ मोस्क्यूटो बॉर्न एंडेमिक डिजीज) परियोजना के जिला समन्वयक धर्मेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि सिविक एक्शन प्रोजेक्ट शहरी बस्तियों में चलाया जाएगा। जहां पर युवाओं का चुनाव कर, उन्हें मच्छरजनित बीमारियों की परिस्थितियां न पैदा होने देने एवं डेंगू, मलेरिया से इलाज के बारे में जानकारी दी जाएगी, जो स्थानीय लोगों को जागरूक करेंगे। जब हम सप्ताह में एक बार कूलर की सफाई करते हैं, तो हमें अंदर की दीवारों को खुरच-खुरच कर साफ करना चाहिए। ताकि मच्छर का कोई भी अंडा न रह जाए और कूलर को अच्छे से साफ कर व सुखाकर पुनः पानी भरना चाहिए। उन्होंने हर रविवार मच्छरों पर वार जैसे जागरूकता कार्यक्रम पर चर्चा की।

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