लखनऊ में 100 एकड़ सरकारी जमीन पर 40 हजार संदिग्ध लोगों का कब्जा

लखनऊ विकास प्राधिकरण और नगर निगम की करीब 100 एकड़ जमीन पर 40 हजार ऐसे लोगों ने कब्ज़ा जमा रखा है जिनकी नागरिकता भी संदेह के घेरे में है। प्राधिकरण और पुलिस प्रसाशन की तमाम मुस्तैदी के बावजूद राजधानी लखनऊ की सरकारी जमीनों पर अवैध कब्ज़ा जारी है। न्यूजट्रैक ने लखनऊ के कुछ लाकों का सर्वे किया तो चौंकाने वाले तथ्य आये।

Update:2018-03-13 16:56 IST

लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण और नगर निगम की करीब 100 एकड़ जमीन पर 40 हजार ऐसे लोगों ने कब्ज़ा जमा रखा है जिनकी नागरिकता भी संदेह के घेरे में है। प्राधिकरण और पुलिस प्रसाशन की तमाम मुस्तैदी के बावजूद राजधानी लखनऊ की सरकारी जमीनों पर अवैध कब्ज़ा जारी है। न्यूजट्रैक ने लखनऊ के कुछ इलाकों का सर्वे किया तो चौंकाने वाले तथ्य आये।

असम से आए साहब

लखनऊ-कानपुर रोड, शारदा नगर, अलीगंज, चिनहट, जानकीपुरम और जानकीपुरम विस्तार में आप जायेंगे तो एलडीए की जमीन पर 2-2 हजार झोपड़ियों की बस्तियां मिलेंगी। यहाँ आप किसी से भी सवाल कीजिये ये कहते हैं की असोम से आये हैं सहाब।

पुलिस के आंकड़ों की बात करें तो करीब 40 हजार ऐसे लोग झुग्गी झोपड़ियों में रह रहे हैं जिनकी नागरिकता संदिग्ध है। पुलिस असम और पश्चिम बंगाल के दर्शाये पते पर जांच करवा रही है और जल्द ही इसकी रिपोर्ट शासन को दी जाएगी।

पॉश कालोनियों में भी कब्ज़ा

गोमती नगर, इंदिरा नगर, प्रियदर्शिनी कॉलोनी जैसे पॉश इलाकों में भी एलडीए की खाली जमीन पर लोगों ने कब्ज़ा जमा रखा है। एलडीए के एक अधिकारी ने बताया की उन्होंने खुद ही कई क्षेत्रों का दौरा किया है और जो भी लोग उन जगहों पर रहते हैं उनके आधार कार्ड भी संदिग्ध हैं और इसकी जांच कराने की जरूरत है। उन्होंने बताया की एलडीए की करोड़ों की प्रॉपर्टी इस अवैध कब्जे की वजह से फंसी है।

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