वैक्सीन का स्टॉक खत्म! कई कोविड केंद्रों पर टीकाकरण बंद, सरकार ने कही ये बात
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बुधवार रात ही वैक्सीन खत्म होने के कारण पहले डोज का टीकाकरण रोक दिया गया।
लखनऊ। बढ़ते कोरोनाके बीच उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीन का स्टाक खत्म होने से टीकाकरण में दिक्कते आ रही हैं। जरूरतमंद इधर से उधर भटक रहे हैं पर कई सेंटरों में वैक्सीन खत्म होने का बोर्ड लटका दिया गया है। वहीं राज्य सरकार की तरफ से कहा गया है कि जल्द ही इस कमी को दूर कर दिया जाएगा।
प्रदेष में वाराणसी लखनऊ चंदौली गाजियाबाद कानपुर आगरा सहारनपुर मेरठ के अलावा सिद्धार्थनगर गोरखपुर बहराइच गाजीपुर समेत पूर्वाचंल के कई जिलों मे कोरोना वैक्सीन का स्टाक खत्म होने की जानकारी आ रही हैं। हांलाकि राज्य सरकार की तरफ से कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते जिले में सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में अधिक से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन करने को कहा गया हैं। सुबह से ही लोगों की भीड़ वैक्सीनेशन के लिए सरकारी अस्पतालों में पहुंच रही है। लेकिन इन अस्पतालों में वैक्सीन खत्म होने का संकट गहरा गया है।
स्वास्थ्य केंद्रों में वैक्सीन खत्म
सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में वैक्सीन खत्म होने से सैंकड़ों लोग मायूस होकर लौटने को मजबूर हो रहे हैं। कतार में इंतजार कर रहे लोग व्यवस्था को कोसते रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बुधवार रात ही वैक्सीन खत्म होने के कारण पहले डोज का टीकाकरण रोक दिया गया।
कहां-कहां खत्म हुई वैक्सीन
वाराणसी से सटे जौनपुर और चंदौली में वैक्सीन खत्म हो गई। मिर्जापुर और गाजीपुर में भी स्टॉक करीब-करीब खत्म होने की कगार पर है। ताजनगरी आगरा में भी वैक्सीन खत्म हो गई है। इससे यहां टीकाकरण ठप हो गया है। कुछ अन्य जिलों में भी वैक्सीन लगभग खत्म होने की बात कही जा रहा है। वहीं कानपुर में समीक्षा बैठक के दौरान प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह ने माना कि पिछले दिनों वैक्सीन में कमी आने से कुछ वैक्सीनेशन सेंटर्स बंद कर दिए गए थे पर एक या दो दिनों में वैक्सीन की सप्लाई आ जाएगी. वैक्सीन की कोई कमी नही होने दी जाएगी।
वैक्सीन की वायल हुई छोटी
वहीं राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ अशोक कुमार घई ने का कहना है कि शुरुआत में कोवैक्सीन की एक वायल में 20 लोगों का टीकाकरण हो रहा था। अब कम्पनी ने इसे छोटा कर दिया है अब एक वायल में 10 लोगों का टीकाकरण किया जा रहा हे। इसके पीछे ये भी एक कारण है।