लखनऊ : मदरसा ख़दीजतुल कुबरा लीलनवात के प्रबंधक क़ारी तय्यब ज़िया की गिरफ्तारी के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। राजधानी के टीले वाली मस्जिद पर लोगों ने प्रदर्शन कर न्याय की गुहार लगाते हुए पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग रखी है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है, कि मदरसा खदीजतुल कुबरा लीलनवात के प्रबंधक क़ारी तय्यब ज़िया को 28 दिसंबर को बंधक बनाकर मदरसे की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश हुई। जिसपर पुलिस ने एफआईआर नहीं लिखी। अब लोग पुलिस और अशरफ जिलानी की मिलीभगत का आरोप लगा रहे हैं।
राजधानी के यासीनगंज सआदतगंज इलाके में मदरसा जामिया खदीजातुल कुबरा लीलनवात में शुक्रवार को लखनऊ पुलिस ने रेड करके 52 छात्राओं को मुक्त करवाया था। पुलिस ने मदरसे के प्रबंधक कारी तय्यब जिया को मदरसे में तालीम हासिल करने वाली छात्राओं के साथ छेड़खानी के आरोप में धोखाधड़ी, छेड़खानी, पास्को एक्ट के अलावा 7 सीएलए के तहत पुलिस ने मुक़दमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था। अब कारी तय्यब के समर्थन में लोग सडकों पर उतर पड़े हैं।
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प्रदर्शनकारी मौलाना शेख ताहिर सिद्दीकी ने बताया है, कि 28 दिसंबर को मदरसे की जमीन पर कब्जा करने के लिए क़ारी तय्यब ज़िया को बंधक बनाया गया था। इसकी घटना सूचना क़ारी तय्यब ने 100 नंबर पर की थी, और तहरीर भी दी थी। लेकिन पुलिस ने एफआईआर नही लिखी।
उन्होंने कहा कि इसके बाद अशरफ जिलानी ने साजिश के तहत कई गंभीर इलज़ाम लगाते हुए कारी तय्यब जिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा कर गिरफ्तार करवा दिया।शेख ताहिर ने कहा कि मालिकाना हक का मामला कोर्ट में विचाराधीन है। ऐसे में जिलानी अशरफ ने शासन प्रशासन को गुमराह करने की साजिश रची है। इसका खुलासा होना चाहिए और इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। प्रदर्शनकारियों में शामिल एक शख्स ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया की सआदतगंज के थानेदार नीरज ओझा ने भी कारी तय्यब जिया को मदरसा खाली करने के लिए धमकाया था और थानेदार की साजिश पर ही कारी तय्यब को फंसाया गया है।
इससे पहले कारी तय्यब जिया की पत्नी ने भी अपने पति को बेगुनाह बताते हुए साजिशन जेल भेजे जाने का आरोप लगाते हुए इंसाफ की गुहार लगाईं थी।