आजम के बाद अब बहन की बढ़ी मुसीबत, योगी सरकार की ताबड़तोड़ कार्यवाई शुरू
ताजा मामला राजधानी लखनऊ के बेहद पॉश इलाके रिवर बैंक कालोनी से जुड़ा है। इस कालोनी में मकान संख्या ए2/1 लखनऊ नगर निगम की संपत्ति है।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के नेता मोहम्मद आजम खान सार्वजनिक बयानों में खुद को गरीब मुसलमान बताया करते थे। लेकिन जब सत्ता की कुर्सी पर काबिज हुए तो रेवडी गरीबों में बांटने के बजाय अपने खास रिश्तेदारों में ही बांटते रहे। योगी सरकार ने उनकी यह धांधली उजागर कर दी है। मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्रित्व वाली सरकार जाने से पहले उन्होंने बतौर नगर विकास मंत्री अपनी बहन को राजधानी लखनऊ में 5000 वर्ग फुट में बना आलीशान बंगला महज एक हजार रुपये मासिक किराये पर आवंटित कर दिया था। नगर निगम लखनऊ की ओर से अब इस बंगले को खाली कराने नोटिस भेजा गया है।
योगी सरकार ने कसी आजम पर नकेल
खुद को समाजवादी और गरीब मुसलमानों का प्रतिनिधि बताते हुए न थकने वाले मोहम्मद आजम खान के चेहरे से झूठ का नकाब एक–एक कर योगी सरकार के शासन में उतर रहा है। मंत्री रहने के दौरान वह अक्सर सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर अपमानित करते देखे गए हैं। दूसरों की छोटी गलतियों को बढ़ा-चढ़ाकर भ्रष्टाचारी बताने में उन्हें असीम सुख मिलता था। लेकिन जब उनके भ्रष्टाचार की फाइलें खुल रही हैं तो जनता के धन पर डाका डालने के सुबूत सामने आ रहे हैं।
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ताजा मामला राजधानी लखनऊ के बेहद पॉश इलाके रिवर बैंक कालोनी से जुड़ा है। इस कालोनी में मकान संख्या ए2/1 लखनऊ नगर निगम की संपत्ति है। 5000 वर्ग फुट के इस बंगले को मोहम्मद आजम खान ने अपने नगर विकास मंत्री रहने के दौरान अपनी बहन निकहत अफलाक को आवंटित करा दिया था। पिछले 13 साल से उनकी बहन इस मकान में रहने भी नहीं आईं। ऐसे में इस आवंटन को सरकारी संपत्ति के दुरुपयोग की श्रेणी में माना जा रहा है।
बंगले में नहीं रहता कोई, खाली कराने के लिए भेजा गया नोटिस
नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि उनकी बहन निकहत दरअसल रामपुर के राजकीय जूनियर हाईस्कूल में कार्यरत थीं और अब रिटायर हो चुकी हैं। वह रामपुर के मोहल्ला बेगमवाली बगिया नक्षत्रशाला के पीछे रामपुर जिला कारागार के पास ही रहती हैं। रिवर बैंक कालोनी में रहने वालों की मानें तो मोहम्मद आजम खां की बहन और उनके परिवार को यहां निवास करते कभी नहीं देखा गया। कभी–कभी कुछ लोग जरूर यहां आते–जाते देखे गए।
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ऐसे लोग कभी ज्यादा दिन यहां नहीं रहे। इस वजह से किसी भी पड़ोसी या कालोनी के निवासी को यह पता नहीं चल सका कि यहां कौन लोग आकर ठहरते रहे हैं। नगर निगम की अपर नगर आयुक्त डॉ अर्चना दि़वेदी के अनुसार बंगले को खाली कराने के लिए नोटिस रामपुर में निकहत अफलाक के निवास वाले पते पर भेजा गया है। रिवर बैंक कालोनी में बंगले पर ताला पाया गया है। लेकिन वहां भी नोटिस चस्पा किया गया है। उचित जवाब नहीं मिलने पर बंगला कब्जे में लेने की कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट- अखिलेश तिवारी