SGPGI Lucknow: 305 छात्रों के साथ शुरू हुआ शैक्षणिक सत्र, 'मेडिकल टूरिज्म और हब बनाने का करें प्रयास'

Lucknow: SGPGI ने अपनी स्थापना के बाद पहली बार सोमवार को श्रुति ऑडिटोरियम में 305 छात्रों के साथ शैक्षणिक पाठ्यक्रम के सत्र 2022 का उद्घाटन किया।

Report :  Shashwat Mishra
Update: 2022-07-18 11:19 GMT

SGPGI Lucknow: 305 छात्रों के साथ शुरू हुआ शैक्षणिक सत्र

Lucknow: संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) ने अपनी स्थापना के बाद पहली बार सोमवार को श्रुति ऑडिटोरियम में पीएचडी, डीएम, एम.सीएच, एमडी, पीडीएफ, पीडीसीसी व मेडिकल टेक्नोलॉजी कॉलेज और नर्सिंग कॉलेज के तहत चल रहे शैक्षणिक पाठ्यक्रम के सत्र 2022 का उद्घाटन किया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के महानिदेशक और सचिव डीएचआर प्रोफेसर बलराम भार्गव (Secretary DHR Professor Balram Bhargava) शामिल थे। बता दें कि प्रोफेसर बलराम भार्गव एक उत्कृष्ट हृदय रोग विशेषज्ञ हैं, जो जैव चिकित्सा नवाचार, सार्वजनिक स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और चिकित्सा अनुसंधान में अग्रणी विशेषज्ञों में से एक हैं।

'गर्व व अपनत्व की भावना प्रदान करेगा'

कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन और विद्या की देवी मां सरस्वती के आशीर्वाद से हुई। निदेशक प्रोफेसर आर.के. धीमान (Director Professor R.K. slow down) ने कहा कि इस गतिविधि का उद्देश्य बिरादरी के बीच परस्पर जुड़ाव विकसित करना है। उन्होंने पिन-अप समारोह के उद्देश्य और महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह समारोह संस्थान को गर्व और अपनत्व की गहरी भावना प्रदान करेगा।


'32 वर्षों में 6 हजार से अधिक प्रकाशन प्रकाशित'

संस्थान की शैक्षणिक रिपोर्ट प्रोफेसर डीन राजकुमार (Director Professor R.K. Dhiman) द्वारा प्रस्तुत की गई। उन्होंने पिछले 32 वर्षों में हुई संस्थान की प्रगति का सारांश दिया। उन्होंने कहा कि सुपर स्पेशलिस्ट सेवाओं के लिए एशिया में हमारा छठे स्थान है। इन 32 वर्षों में 250 संकाय सदस्यों के साथ 34 शैक्षणिक विभाग कार्य कर रहे हैं। विभिन्न मेडिकल और पैरामेडिकल कोर्स भी शुरू किए गए हैं। कॉलेज ऑफ मेडिकल टेक्नोलॉजी और कॉलेज ऑफ नर्सिंग हमारे नवीनतम परिवर्धन हैं। आणविक इमेजिंग में एमएससी सहित कई उन्नत पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। हमारा एपेक्स ट्रॉमा सेंटर और अस्पताल प्रशासन नए पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, "अनुसंधान के मोर्चे पर, इन 32 वर्षों में अच्छे उद्धरणों के साथ 6000 से अधिक प्रकाशन प्रकाशित हुए हैं, जो एक उत्कृष्ट उपलब्धि है।" इसके बाद विभिन्न शैक्षणिक पाठ्यक्रमों के तहत संस्थान में शामिल होने वाले 305 छात्रों का "पिन-अप समारोह" हुआ।


'मेडिकल टूरिज्म और हब बनाने का करें प्रयास'

मुख्य भाषण प्रोफेसर बलराम भार्गव (Professor Balram Bhargava) द्वारा दिया गया था, जो रेजिडेंट डॉक्टरों के लिए बहुत प्रेरणादायक और प्रेरक था। छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'यह आपकी कर्मभूमि है, और आप यहां अपने पलों को संजोएंगे। आने वाले वर्षों में हमें मेडिकल रिसर्च और मेडिकल टूरिज्म का हब बनने का प्रयास करना चाहिए।" इसके बाद उन्होंने चिकित्सा पद्धति में नैतिकता की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एक कला है, व्यवसाय नहीं। उन्होंने चिकित्सा के आनंद और चिकित्सा व्यावसायिकता का सही अर्थ समझाया।

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