Lucknow: NCW ने क्षेत्रीय परामर्श बैठक का किया आयोजन, रेखा शर्मा बोलीं- मां, बेटी को इंसान के रूप में माने

Lucknow News Today: लखनऊ विश्विद्यालय के महिला अध्ययन संस्थान एवं राष्ट्रीय महिला आयोग के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय 'क्षेत्रीय परामर्श बैठक' का आयोजन किया

Report :  Shashwat Mishra
Update:2022-08-25 20:06 IST

Lucknow: NCW ने क्षेत्रीय परामर्श बैठक का किया आयोजन

Lucknow News: राजधानी के लखनऊ विश्विद्यालय (Lucknow University) के महिला अध्ययन संस्थान एवं राष्ट्रीय महिला आयोग (Institute of Women's Studies and National Commission for Women) के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय 'क्षेत्रीय परामर्श बैठक' का आयोजन किया। इस मीटिंग की मुख्य अतिथि महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा (Women commission chairperson Rekha Sharma) थीं। कार्यक्रम में राज्य महिला, महिला एवं बाल विकास आयोग, समाज कल्याण विभाग के प्रतिनिधियों और स्वाधार गृह, उज्ज्वला और वन स्टॉप सेंटर पर काम कर रहे गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधित्व सहित विभिन्न स्टेकहोल्डर्स ने भाग लिया।

महिलाओं के अधिकारों पर हुई बात

इस मीटिंग का एजेंडा महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा के लिए सरकारी योजनाओं के मजबूत कार्यान्वयन के लिए तालमेल पर चर्चा करना था। यह एक दिवसीय परामर्श बैठक दो व्यापक उद्देश्यों यानी 2014 से राष्ट्रीय महिला आयोग की उपलब्धियों पर विभिन्न हितधारकों के साथ परामर्श और स्वाधार गृह, उज्ज्वला और वन स्टॉप सेंटर पर गैर सरकारी संगठनों के साथ परामर्श पर केंद्रित थी।

'मां, बेटी को इंसान के रूप में माने'

अपने संबोधन के दौरान रेखा शर्मा ने युवा पीढ़ी की मानसिकता को बदलने के लिए जागरूकता के बारे में चर्चा की। उन्होंने विशेष रूप से पुरुषों को मां, बेटी, देखभाल करने वाली महिलाओं को इंसान के रूप में मानना चाहिए। ये बदलाव समाज, राज्य, देश से नहीं परिवार के भीतर से आना चाहिए। उन्होंने महिलाओं के लिए इन संस्थानों द्वारा सामना किए जाने वाले मुद्दों और आगे सुधार के लिए स्वाधार गृह, उज्ज्वला और ओएससी के सदस्यों से दृष्टिकोण और सुझाव भी पूछे। राष्ट्रीय महिला आयोग के विशेष संवाददाता डॉ. शाह आलम ने मीटिंग में राष्ट्रीय महिला आयोग के कार्य और एजेंडे के बारे में बताया।

इंटरैक्टिव फीडबैक सत्र का भी हुआ आयोजन

एक इंटरैक्टिव फीडबैक सत्र भी आयोजित किया गया जहां महिलाओं के लिए विभिन्न संस्थानों के हितधारकों ने अपने दृष्टिकोण, मुद्दों और चुनौतियों को साझा किया। स्वागत भाषण प्रोफेसर राकेश चंद्रा, डीन अकादमिक और दर्शनशास्त्र विभाग के प्रमुख द्वारा दिया गया और डॉ अर्चना शुक्ला, समन्वयक, महिला अध्ययन संस्थान एवं हेड , मनोविज्ञान विभाग ने कार्यक्रम का समन्वय किया।

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