Sant Kabir Nagar News: खतरे की घंटी बजा रहा बिना रेलिंग का पुल, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
Sant Kabir Nagar News: दर्जनों गांवों के लोगों का आवागमन इस पुल पर दिन रात हो रहा है। सालों से इस पुल की रेलिंग टूटी हुई है।
Sant Kabir Nagar News: संतकबीरनगर जिले में नदियों पर बने कई पुल खतरे की घण्टी बजा रहे हैं। बिना रेलिंग के पुल पर दिन रात लोगों की आवाजाही किसी बड़े हादसे का सबब बन सकती है। घने कोहरे में जरा सी चूक लोगों की जान खतरे में डाल सकती है। लेकिन जिम्मेदार आँख मूंदे हुए हैं संतकबीरनगर जिले में प्रशासन बरेली पुल हादसे से भी सबक लेने को तैयार नही है।
जिले में बिना रेलिंग के कई पुलों पर लोगों का आवागमन किसी अनहोनी को दावत दे सकता है। जिले के सिदाहि गांव के पास कठिनइया नदी पर बने इस पुल को ही देख लीजिए। इस पुल को बने एक दशक से ज्यादा का समय हो गया है। दर्जनों गांवों के लोगों का आवागमन इस पुल पर दिन रात हो रहा है। सालों से इस पुल की रेलिंग टूटी हुई है। यूं कहें कि यह पुल बिना रेलिंग के ही संचालित हो रहा है। ऐसे में दुघर्टना की आशंका हमेशा बनी रहती है। बिना रेलिंग के रात के अंधेरे और घने कोहरे में इस पुल पर आवागमन के समय हादसे की आशंका हमेशा बनी रहती है।
पुल पर रेलिंग को लेकर ग्रामीणों जिम्मेदारों से शिकायत भी की लेकिन आज तक कोई कार्यवाई नही हुई। बिना रेलिंग के पुल पर आवागमन खतरे से खाली नही है। राहगीरों को दुर्घटना की आशंका सताती रहती है। थोड़ी सी चूक किसी बड़े हादसे का सबब बन सकती है।
बिना रेलिंग का पुल
दूसरी तस्वीर संतकबीर नगर जिले को गोरखपुर जिले से जोड़ने वाले आमी नदी पर बने अजगैबा घाट पुल की है। इस पुल का एक हिस्सा बिना रेलिंग के ही है। ऐसे में इस पुल पर भी बिना रेलिंग के लोगों का आवागमन खतरे से खाली नही है। बस्ती जिले के मुंडेरवा को संतकबीरनगर से जोड़ने वाला बूधा गांव के पास अंग्रेजों के जमाने का बना पुराना पुल भी हादसे को दावत दे रहा है। पुल की रेलिंग के साथ पुल में आई दरारें किसी हादसे का सबब बन सकती हैं। लेकिन जिम्मेदार उदासीन बने हुए हैं।