Lucknow News: छात्रा की मौत का सच जानने के लिए घटना का किया गया सीन रीक्रिएट
Lucknow News: छात्रा के परिजनों की मौजूदगी में फोरेंसिक टीम ने कॉलेज परिसर में सीन रिक्रिएट किया। इस दौरान मीडिया को अंदर जाने से रोक दिया गया।
Lucknow News: एसआर कॉलेज की छात्रा प्रिया राठौर की मौत का सच जानने के लिए गुरुवार को पुलिस ने घटना का सीन रीक्रिएट किया। छात्रा के परिजनों की मौजूदगी में फोरेंसिक टीम ने कॉलेज परिसर में सीन रिक्रियेट किया। इस दौरान मीडिया को अंदर जाने से रोक दिया गया। दरअसल बुधवार को छात्रा के पिता ने पुलिस कमिश्नर से मिलकर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद पुलिस अब जांच में तेजी ला रही है।
मूल रूप से जालौन की आठवीं की छात्रा प्रिया राठौर की 13 दिन पहले संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। स्कूल प्रशासन बयान पर पुलिस इसे हादसा साबित करने में जुटी थी। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट हत्या की ओर इशारा कर रही है। छात्रा के घरवाले भी हत्या का आरोप लगाकर जांच की मांग कर रहे हैं। उनकी तहरीर पर पुलिस ने हत्या की रिपोर्ट तो दर्ज की लेकिन जांच में लापरवाही बरत रही थी।
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फोरेंसिक टीम ने अलग अलग एंगल से की जांच
गुरुवार को पुलिस द्वारा क्राइम सीन को दोहराया गया। फोरेंसिक टीम ने अलग अलग एंगल से जांच की। यह जानने का प्रयास किया की छात्रा की मौत छत से गिरकर हुई या उसे हॉस्टल के अंदर ही मारा गया। टीम ने उस कमरे का भी निरीक्षण किया जिसमे छात्रा रहती थी। उसकी अलमारी, बेड और बाकी सामान को बारीकी से देखा गया। टीम ने हॉस्टल के कमरे से लेकर मेस तक और वहा से सीढ़ियां चढ़ते हुए पांचवी मंजिल तक का खाका खींचा। वार्डन की बयान के मुताबिक टीम ने मेस से गार्डन तक जाने के हर संभावित रास्ते का भी मैप तैयार किया।
35 किलो की बॉडी के लिए 15 किलो की डमी बनाई
फोरेंसिक टीम ने परिसर में उस जगह गोला बनाया जहा छात्रा का गिरना बताया गया था। उसके छत से गिरने की संभावना को देखते हुए एक डमी बनाई गई। इस डमी को पांचवी मंजिल से नीचे गिराया गया। डमी को अलग अलग एंगल से कई बार नीचे गिराया गया लेकिन वो एक बार भी घेरे में नही गिरा। दरअसल छात्रा के शरीर का वजन करीब 35 किलो था। जबकि डमी 15 किलो की थी। इसकी वजह से डमी हर बार दीवार से सटकर गिरी। छात्रा के पिता जसराम का कहना है की पुलिस घटना को हादसा साबित करने के लिए केवल खानापूरी कर रही है। वो अब कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।