Lucknow University: 4 जिलों के महाविद्यालयों में बढ़े 10 प्रतिशत एडमिशन, NEP लागू होने का भी दिखा असर
UP Latest News : लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) में इस सत्र से चार और नए जिले जुड़ जाने के कारण संबद्ध महाविद्यालयों में प्रवेश प्रतिशत में वृद्धि देखने को मिला है।
Lucknow News : राजधानी के लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) में सम्बद्ध हुए नये महाविद्यालयों में इस सत्र 2021-22 से प्रवेश में वृद्धि देखने को मिली है। बता दें कि इस सत्र से चार नये ज़िले हरदोई, लखीमपुर-खीरी, रायबरेली और सीतापुर सम्बद्ध हुए। जिसमें स्नातक स्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों (बीए, बीएससी और बीकॉम) में कुल 94392 प्रवेश हुए हैं। सत्र 2020-21 में इन चार जिलों से सम्बद्ध कॉलेजों में कुल 84875 प्रवेश हुए थे। यानी लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्धता के बाद, नए सम्बद्ध हुए 4 ज़िलों के महाविद्यालयों में स्नातक स्तर पर प्रवेश लिए छात्रों की संख्या में कुल 11.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
लखनऊ के महाविद्यालयों में 25 प्रतिशत हुई बढ़ोतरी
इसी प्रकार लखनऊ ज़िले के सम्बद्ध महाविद्यालयों में सत्र 2020-21 में स्नातक स्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों (बीए, बीएससी और बीकॉम) में जहां 25217 प्रवेश हुए। वहीं सत्र 2021-22 में लखनऊ ज़िले के महाविद्यालयों में 31724 प्रवेश हुए, जो 2020-21 की तुलना में लगभग 25 प्रतिशत अधिक है।
नयी शिक्षा नीति लागू करने से हुआ फ़ायदा
यह लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा उच्च शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे विभिन्न प्रयासों का परिणाम है। लखनऊ विश्वविद्यालय ने सत्र 2021-22 से ही स्नातक स्तर पर नई शिक्षा नीति (NEP) को लागू कर दिया गया है, और यह भी विदित है कि विश्वविद्यालय ने परास्नातक स्तर पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम जैसी अनूठी पाठ्यक्रम को सत्र 2020-21 से ही प्रारंभ कर दिया था। इन 2 वर्षों में ना केवल विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति के अनुरूप कई नए पाठ्यक्रम भी शुरू किए गए हैं, बल्कि मौजूदा पाठ्यक्रमों को भारत की संस्कृति, कला एवं विज्ञान के क्षेत्रों के विषय में विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने के लिए भी बेहतर किया गया है।
कई छात्र भारत व अंतरराष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में हुए उत्तीर्ण
शैक्षिक पाठ्यक्रमों के साथ-साथ विश्वविद्यालय ने शैक्षिक इंफ्रास्ट्रक्चर व खेलकूद, मानसिक स्वास्थ्य, छात्रावास व्यवस्था और को-करिकुलर एक्टिविटीज में भी विश्वविद्यालय संरचना को सशक्त किया है। ताकि यहां अध्ययनरत सभी छात्र-छात्राओं का पूर्ण रूप से शारीरिक, मानसिक और शैक्षिक विकास हो सके। इन 2 वर्षों में विश्वविद्यालय के कई छात्र भारत व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई परीक्षाओं में उत्तीर्ण हुए हैं। एमएनसी में प्लेसमेंट प्राप्त करने में सफल हुए हैं। अपनी एंटरप्रेन्योर होने की यात्रा भी शुरू कर पाए है। विश्वविद्यालय के छात्रों की संख्या में हुई वृद्धि, निश्चित तौर पर लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा रचे गए कीर्तिमान; नयी शिक्षा नीति के कारण हुई है।