कांग्रेसियों ने फेसबुक लाइव पर योगी सरकार से पूछे ये सवाल, कानून व्यवस्था पर साधा निशाना

अपराधी इस कदर बेखौफ हैं कि कानपुर में आठ पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या कर दी गयी और अपराधी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।

Update: 2020-07-05 15:41 GMT

लखनऊ: प्रदेश कांग्रेस ने योगी सरकार पर अपनी जिम्मेदारियों से भागने का आरोप लगाते हुए कहा है कि आम जनता की सुरक्षा और ध्वस्त कानून व्यवस्था के लिए पूरी तरह योगी सरकार जिम्मेदार है। पार्टी का कहना है कि अपराधी- राजनेता गठजोड़ ने यूपी को बना दिया है अपराध प्रदेश। पार्टी का कहना है कि योगी सरकार प्रदेश में लगातार बढ़ती हत्या, लूट व बलात्कार पर चुप क्यों है।

योगी राज में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त- कांग्रेस

प्रदेश कांग्रेस के मीडिया संयोजक ललन कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश में दिनों-दिन ध्वस्त होती जा रही कानून व्यवस्था के खिलाफ रविवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के निर्देश पर प्रदेश के 60 हजार से अधिक नेताओं, कार्यकर्ताओं ने फेसबुक लाइव के माध्यम से कानून व्यवस्था से जुड़े ज्वलन्त मुद्दों पर योगी सरकार से सवाल पूछे और यूपी में बढ़ते अपराधों से आमजन के मन में खौफ की ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक सरंक्षण की वजह से अपराधियों पर कार्रवाई नहीं हो रही है और वो जघन्य से जघन्य अपराधों को अंजाम दे रहे हैं।

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अपराधी इस कदर बेखौफ हैं कि कानपुर में आठ पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या कर दी गयी और अपराधी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। कानपुर सहित प्रयागराज, एटा की नृशंस घटनाएं प्रदेश में जंगलराज की कहानी खुद ब खुद बयां कर रही हैं और सरकार सिर्फ बैठकें और हिदायतें देने तक सीमित है। प्रदेश कांग्रेस के सोशल मीडिया इंचार्ज मोहित पाण्डेय ने कहा कि जिस प्रकार प्रदेश में हत्या, लूट, बलात्कार और महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही हैं उससे यह साफ हो गया है कि योगी सरकार का इकबाल पूरी तरह खत्म हो गया है। सरकार आम जनता को सुरक्षा देने में विफल है। योगी राज में अब पुलिस भी सुरक्षित नहीं है ऐसे में आम जनता की सुरक्षा कौन करे, यह यक्ष प्रश्न बन गया है।

उत्तर प्रदेश अब बन गया अपराध प्रदेश- कांग्रेस

फेसबुक लाइव के माध्यम से योगी सरकार पूछा से गया कि एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार महिलाओं के खिलाफ अपराध में राजधानी लखनऊ सबसे आगे है। प्रतिदिन 162 महिलाएं उप्र. में हिंसा का शिकार होती हैं। उप्र में हर दो घंटे पर एक महिला का रेप हो जाता है। महिलाओं के प्रति बढ़ते हिंसा पे चुप क्यों यूपी सरकार? बाल अपराध के मामलों में देश भर में बढ़ोत्तरी हुई है और इस मामले में भी यूपी सबसे ऊपर है। हर 90 मिनट पर किसी न किसी बच्चे पर हिंसा होती है। पूरे लाकडाउन में लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज तथा बुलंदशहर में सबसे अधिक अपराधिक घटनाएं हुई।

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शहरों में लगातार बढ़ रहे अपराधों पर कोई लगाम नहीं। उत्तर प्रदेश को अब ‘अपराध प्रदेश’ कहा जाने लगा है। उत्तर प्रदेश में औसतन 13 हत्याएं प्रतिदिन हो रही हैं। हाईकोर्ट से प्राप्त जानकारी के अनुसार 31 जनवरी 2020 तक उत्तर प्रदेश में एक भी ‘फास्ट ट्रैक कोर्ट’ का गठन नहीं हुआ है और अभी तक इस मामले किसी भी प्रकार की आधिकारिक सूचना प्राप्त नही हुई है। दलितों पर अत्याचार लगातार बढ़ते जा रहे है। लगभग 33 घटनाएं प्रतिदिन हो रही हैं

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