कठिन थी डगर...मगर दृढ़ता थी मजबूत, Goldman Sachs से लेकर सिविल सेवा तक UPSC टॉपर आदित्य का सफरनामा

UPSC Topper 2023: आदित्य श्रीवास्तव ने सिविल सेवा परीक्षा में सफलता का श्रेय आदित्य ने अपने माता-पिता को दिया। उन्होंने कहा कि पैरेंट्स के बाद इसका श्रेय मेरे मेंटर्स, टीचर और सीनियर्स को जाता है। इस परीक्षा के लिए मैंने अपनी ओर से काफी हार्डवर्क किया था।

Report :  Viren Singh
Update:2024-04-17 10:54 IST

UPSC Topper Aditya Srivastava: नवाबों के शहर कहे जाने वाला लखनऊ का इस बार संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) में जोरदार का डंका बजा। इसी शहर ताल्लुक रखने वाले आदित्य श्रीवास्तव ने सिविल सेवा परीक्षा में देश में टॉप किया तो वहीं, शहरों के कई युवाओं का चनय भी हुआ है। अब ये सभी लोग आईएएस बनकर देश के लोक कल्याण की सेवा जुटेंगे। UPSC टॉप लखनऊ निवासी आदित्य श्रीवास्तव की बता करें तो उनकी यह सिविल सेवा की तैयारियों को यात्रा बड़ी ही उल्लेखनीय रही है। जब उन्हें यह जानकारी मिली कि उन्होंने देश की सबसे कठिन कही जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा में देश में पहला स्थान हालिस किया तो उनकी खुशियां का ठिकाना नहीं रहा। आईपीएस की ट्रेनिंग ले रहे साथियों को गोद में उठा लिया और उन्हें आईएएस बनने की बधाई दी। आदित्य का भी यही सपना था।

45 लाख की जॉब छोड़कर आए सिविल सेवा में

आदित्य श्रीवास्वत इस समय हैदराबाद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी आईपीएस की ट्रेनिंग ले रहे हैं। आदित्य आईआईटी कानपुर से पास इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक हैं। आईआईटी से पढ़ाई खत्म करने के बाद साल 2019 में 45 लाख रुपये कैम्पस प्लेसमेंट के साथ आदित्य ने दुनिया के अग्रणी निवेश बैंक गोल्डमैन सैक्स के साथ करियर शुरुआत की थी। उनकी पोस्टिंग बेंगलुरु में थी, लेकिन उनका इरादा केवल उच्च वेतन वाली नौकरी कर जीवनपायन नहीं करना था। वह सिविल सेवाओं के माध्यम से देश की सेवा करने की इच्छा भरी हुई थी। इसलिए उन्होंने उच्च वेतन वाली निवेश बैंकिंग नौकरी छोड़कर और गोल्डमैन सैक्स के साथ 15 महीने के बाद अपने गृहनगर (लखनऊ) लौटकर खुद को पूरी तरह से यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए समर्पित कर दिया।

ऐसा रचा टॉप का कारनामा

श्रीवास्तव ने पारंपरिक तैयारी के तरीकों पर भरोसा नहीं किया, बल्कि पिछले वर्षों के प्रश्नों पर बहुत अधिक भरोसा किया। उन्होंने मॉक टेस्ट और साक्षात्कार भी दिए। आदित्य श्रीवास्वत ने रणनीतिक तैयारी के अत्यधिक महत्व पर जोर दिया, जिसका अनिवार्य रूप से मतलब कड़ी मेहनत से स्मार्ट काम के बीच अंतर करना है।

पहली परीक्षा में हुई थे विफल

आदित्य ने साल 2021 सिविल सेवा की परीक्षा दी, लेकिन प्रारंभिक चरण में असफल हो गए। उसके बाद वे रूके नहीं, बल्कि दृढ़ता के साथ फिर तैयारी करना शुरू की। उनकी दृढ़ता का फल 2022 में मिला जब वह अपने दूसरे प्रयास में 236वीं रैंक हासिल करने में सफल रहे। मगर आईएएस कैडर न मिलकर आईपीएस कैडर मिला। वह इसको चुनते हुए ट्रेनिंग पर चले गए। इस ट्रैनिंग के दौरान उन्होंने साल 2023 में फिर आवेदन किया और इस बार ऐसा कारमाना किया कि उनका नाम सिलिव सेवा के इतिहास में दर्ज हो गया। उन्होंने सिलिव सेवा परीक्षा में टॉप कर दिया।

परिवार के साथ करूंगा डिनर, माता पिता को दिया सफलता का श्रेय

एक मीडिया से बात करते हुए टॉप आदित्य श्रीवास्तव ने सिविल सेवा परीक्षा में सफलता का श्रेय आदित्य ने अपने माता-पिता को दिया। उन्होंने कहा कि पैरेंट्स के बाद इसका श्रेय मेरे मेंटर्स, टीचर और सीनियर्स को जाता है। इस परीक्षा के लिए मैंने अपनी ओर से काफी हार्डवर्क किया था। आप समाजसेवा कैसे करेंगे? के सवाल पर उन्होंने कहा कि सोशल सर्विस हमारी ड्यूटी भी है। सरकार की जो योजनाएं हैं, उनको जमीन पर सही ढंग से लागू करना पहली प्राथमिकता होगी। उसके बाद अगर मौका मिलेगा तो बच्चों के वेलफेयर और हेल्थ-एजुकेशन के लिए काम करेंगे। फिलहाल अभी तो मैं छुट्टियों पर अपने घर लखनऊ जाऊंगा और वहां पर इस सफलता से आई खुशियों के लिए परिवार के साथ होटल में डिनर करूंगा। उसके बाद से आगे अपने काम में चला जाऊंगा.

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