Lucknow University: 53 कॉलेजों को स्थलीय निरीक्षण कराने के निर्देश, 30 अप्रैल तक जमा करें रिपोर्ट

कुलसचिव का कहना है कि आगामी शिक्षण सत्र 2024-25 से स्थायी संबद्धता के लिए स्थलीय निरीक्षण आख्या हर हाल में 31 मार्च तक विश्वविद्यालय को ऑनलाइन या ऑफलाइन देना होगा। अन्यथा की स्थिति में पाठ्यक्रम में सत्र 2024-25 से प्रवेश प्रतिबंधित होगा।

Report :  Abhishek Mishra
Update: 2024-02-24 12:30 GMT

Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय की ओर से 53 संबद्ध कॉलेजों को स्थलीय निरीक्षण कराने के लिए एक पत्र जारी किया गया है। निरीक्षण न कराने पर इन संबद्ध कॉलेजों में स्नातक और परास्नातक स्तर पर चल रहे कई पाठ्यक्रम बंद कर दिए जाएंगे। संबद्ध कॉलेजों में नवयुग कन्या महाविद्यालय, कालीचरण पीजी कॉलेज, सुभाष कॉलेज, केकेवी और केकेसी जैसे कई बड़े कॉलेज शामिल हैं।

31 मार्च तक अंतिम तिथि

लखनऊ विश्वविद्यालय ने शहर के 53 कॉलेजों के लिए पत्र जारी किया है। जिसमें कॉलेजों से स्थलीय निरीक्षण कराने के लिए अंतिम तिथि की घोषणा की गई है। कॉलेजों को 30 अप्रैल तक रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। एलयू के कुलसचिव ने संबद्ध कॉलेजों के लिए यह पत्र जारी किया है। यह पत्र उन कॉलेजों के लिए है जिनके यहां संचालित पाठ्यक्रमों की सहयुक्तता 30 जून को समाप्त होगी।

कार्य परिषद बैठक में लिया फैसला

एलयू के कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि संचालित पाठ्यक्रमों के संबंध में स्ववित्तपोषित योजना के तहत 19 जून 2017 को हुई कार्य परिषद बैठक में फैसला लिया गया। किसी भी कॉलेज को तीन वर्ष के अंदर स्थायी संबद्धता प्राप्त करना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा कि तीन वर्ष के निर्धारित अवधि के अन्दर स्थायी संबद्धता न पाने पर एक वर्ष का समय अतिरिक्त दिया जायेगा। इसके बावजूद कॉलेज अगर शर्तों को पूरा नहीं कर पाता है। स्थायी संबद्धता नहीं प्राप्त कर पाता है। तो प्रतिवर्ष एक लाख रूपये अर्थदण्ड के साथ तीन वर्ष का समय और दिया जाता है। इसके बाद विश्वविद्यालय से कॉलेज की संबद्धता खुद समाप्त हो जाती है। कुलसचिव का कहना है कि आगामी शिक्षण सत्र 2024-25 से स्थायी संबद्धता के लिए स्थलीय निरीक्षण आख्या हर हाल में 31 मार्च तक विश्वविद्यालय को ऑनलाइन या ऑफलाइन देना होगा। अन्यथा की स्थिति में पाठ्यक्रम में सत्र 2024-25 से प्रवेश प्रतिबंधित होगा।

कई बड़े कॉलेजों पर संकट

शहर के कई बड़े कॉलेजों के पाठ्यक्रमों पर संकट हैं। यह पाठ्यक्रम अब बंद हो सकते हैं। केकेसी में बीएससी सांख्यिकि, केकेवी में एमएससी रसायन, भौतिक, गणित, एमए अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, संस्कृत और राजनीतिशास्त्र, कालीचरण में बीकॉम ऑनर्स, बीएलआईएससी, बीजेएमसी और एमए शिक्षाशास्त्र, नवयुग में एमकॉम कॉमर्स और नेताजी सुभाष कॉलेज में एमएससी जंतु विज्ञान पाठ्यक्रम बंद किए जा सकते हैं।

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