UP: BJP ने जानबूझकर करायी संभल हिंसा.., सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लगाया आरोप
UP: भाजपा पर तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि यह ह्दयहीन और दरार वादी पार्टी है। इस पार्टी का इंसान के जीवन से कुछ भी लेना-देना नहीं है।;
UP News: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संभल में शाही जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान बीते साल हुई हिंसा को लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि संभल में भाजपा सरकार ने जानबूझकर अधिकारियों के माध्यम से हिंसा करायी। वहां रहने वाले मासूम लोगों पर अत्याचार किया गया। यही नहीं जब समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल संभल गया तो उसे वहां जाने ही नहीं दिया गया।
उन्होंने कहा कि संभल हिंसा के जरिए सरकार ने माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया। भाजपा पर तंज कसते हुए श्री यादव ने कहा कि यह ह्दयहीन और दरार वादी पार्टी है। इस पार्टी का इंसान के जीवन से कुछ भी लेना-देना नहीं है। यह केवल लोगों के बीच दरार पैदा करना चाहती है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने संभव हिंसा की रिपोर्ट मीडिया के सामने पेश की।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में अधिकारी अन्याय की सभी सीमाओं को पार कर रहे हैं। भाजपा सरकार के दो ही पहिये हैं अन्याय और भ्रष्टाचार। भ्रष्टाचार के मामलों को दबाने के लिए राज्य में अलग-अलग जगहों पर हिंसा फैलायी जा रही है।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा नेता आरोप लगाते हैं कि उत्तर प्रदेश में रोजाना 50 हजार गायें काटी जा रही हैं और भ्रष्टाचार चरम पर है। भाजपा विधायक यह भी कह रहे हैं कि अगर यूपी में भाजपा का मुख्यमंत्री न होता तो वह सीएम आवास में घुस जाते। इस पर अखिलेश यादव ने कटाक्ष करते हुए कहा कि वह यह कहते हैं कि योगी आदित्यनाथ भाजपा के नहीं हैं। वह आएं और मुख्यमंत्री आवास में घुस जाएं।
मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर किया हमला
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर योगी सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि मिल्कीपुर में साफ-सुथरा चुनाव होगा। नौ विधानसभा सीटों के उपचुनाव में यह देखा गया कि प्रशासन ने लोगों को वोट ही नहीं देने दिया। बूथों पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया और वोट नहीं देने दिया। उन्होंने कहा कि मीडिया के लोगों को वहां भी कैमरा लेकर जाना चाहिए ताकि सच सबके सामने आ सके। यह सभी को पता चल सके कि आखिर वहां चुनाव कैसे होंगे।