Lucknow News: लखनऊ में पुलिस और वकीलों के विवाद के बीच सेंट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने दिया अल्टीमेटम, 'दोपहर 1 बजे तक नहीं हुई कार्रवाई तो...'
Lucknow News: मंगलवार देर शाम सेंट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने लखनऊ पुलिस को आखिरी अल्टीमेटम दे दिया है। इस अल्टीमेटम के साथ ही लखनऊ पुलिस के लिए बुधवार का दिन यानी 19 मार्च बेहद महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ चिंताजनक रहने वाला है।;
Amidst dispute between police and lawyers in Lucknow President of Central Bar Association gave ultimatum to police Commissioner
Lucknow News: लखनऊ के विभूतिखंड थाने में होली पर्व की देर शाम यानी बीते 14 मार्च को पुलिस और वकीलों के बीच हुए भारी विवाद के बाद एक तरफ लखनऊ बार एसोसिएशन, अवध बार एसोसिएशन और सेंट्रल बाल एसोसिएशन की संयुक्त बैठक चल रही हैं तो दूसरी ओर लखनऊ पुलिस वकीलों की अगली रणनीति को रोकने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। इसी बीच मंगलवार देर शाम सेंट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने लखनऊ पुलिस को आखिरी अल्टीमेटम दे दिया है। इस अल्टीमेटम के साथ ही लखनऊ पुलिस के लिए बुधवार का दिन यानी 19 मार्च बेहद महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ चिंताजनक रहने वाला है।
'1 बजे तक पुलिसकर्मियों पर नहीं हुआ एक्शन तो...'
सेंट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविन्द कुमार कुशवाहा ने मंगलवार देर शाम अल्टीमेटम जारी करते हुए कहा कि बुधवार यानी 19 मार्च की दोपहर 1 बजे तक इस पूरे मामले में दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो सैकड़ों की संख्या में अधिवक्ता लखनऊ पुलिस कमिश्नर के कार्यालय की ओर कूच करते हुए कमिश्नर कार्यालय का घेराव करेंगे। उनके इस एलान के बाद पुलिस महकमे के बड़े अधिकारी मीटिंग करते हुए आगे की रणनीति की तैयारियों को जोर दे रहे हैं। बताते चलें कि लखनऊ बार एसोसिएशन, सेंट्रल बार एसोसिएशन और अवध बार एसोसिएशन ने हड़ताल वापस ले ली है। मंगलवार को हाईकोर्ट में चली तीनों एसोसिएशन की संयुक्त बैठक में यह फैसला लिया गया है।
पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज होने के साथ ही 150 अधिवक्ताओं पर दर्ज हुई थी FIR
आपको बता दें कि ये सारा विवाद बीते 14 मार्च यानी होली के मौके पर देर रात हुआ था। किसी मामले में पैरवी के लिए विभूतिखंड थाने पहुंचे वकीलों के साथ पुलिसकर्मियों की कहासुनी और हाथापाई हुई। इसी बीच थाने पर पहुंचे सैंकड़ों की संख्या में वकीलों ने थाने के पुलिसकर्मियों पर पेशाब करने के साथ बेरहमी से मारपीट करने जैसे गंभीर आरोप लगाए। मौके पर हालात को काबू करने के लिए कई थानों की फोर्स और पुलिस महकमे के बड़े अफसर पहुँचे। मामले में स्थिति और आरोपी को देखते हुए 9 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इतना ही नहीं, इसी के ठीक अगले दिन पुलिस की ओर से करीब 150 वकीलों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इस घटना के बाद अधिवक्ताओं का कहना है कि वकीलों के खिलाफ दर्ज मुकदमो को वापस लेते हुए दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। इसी मांग को लेकर तीन दिनों से तीनों एसोसिएशन की एक साथ बैठक चल रही है।