Lucknow News: KGMU में ब्लड कैंसर व थैलीसीमिया जैसी बीमारियों का मिलेगा बेहतर इलाज, बोनमैरो ट्रांसप्लांट यूनिट की होगी स्थापना

Lucknow News: कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद का कहना है कि शताब्दी भवन के हिमैटोलॉजी विभाग में आठ बेड की बोनमैरो ट्रांसप्लांट यूनिट स्थापित की जाएगी। आदित्य बिरला कैप्टिल फाउंडेशन और कैनकिड्स सीएसआर फंड के 2.75 करोड़ रुपये के सहयोग से यूनिट बनाई जाएगी।

Report :  Abhishek Mishra
Update:2024-10-03 19:15 IST

Lucknow News: किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में बोनमैरो ट्रांसप्लांट यूनिट लगाई जाएगी। इसके लिए आदित्य बिरला कैप्टिल फाउंडेशन और कैनकिड्स सीएसआर फंड से सहायता मिलेगी। यूनिट स्थापित होने से मरीजों को उपचार के लिए इधर से उधर नहीं भटकना होगा।

केजीएमयू में स्थापित होगी बोनमैरो ट्रांसप्लांट यूनिट

केजीएमयू में ब्लड कैंसर, थैलीसीमिया व एप्लास्टिक एनीमिया जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज कराने आने वाले लोगों को अब पहले से बेहतर इलाज मिलेगा। मरीजों को बोनमैरो ट्रांसप्लांट कराने के लिए ज्यादा प्रतीक्षा नहीं करनी होगी। पहले की तरह मरीजों को संजय गांधी परास्नातक आयुर्विज्ञान संस्थान पीजीआई व देश के अन्य मेडिकल संस्थानों की भागदौड़ से भी राहत राहत मिलेगी। बहुत जल्द केजीएमयू में अलग से बोनमैरो ट्रांसप्लांट यूनिट बनेगी।


राज्यपाल की मौजूदगी में हुआ एमओयू

किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद का कहना है कि शताब्दी भवन के हिमैटोलॉजी विभाग में आठ बेड की बोनमैरो ट्रांसप्लांट यूनिट स्थापित की जाएगी। आदित्य बिरला कैप्टिल फाउंडेशन और कैनकिड्स सीएसआर फंड के 2.75 करोड़ रुपये के सहयोग से यूनिट बनाई जाएगी। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की मौजूदगी में गुरुवार को केजीएमयू आदित्य बिरला कैपिटल फाउंडेशन और कैनकिड्स के बीच एमओयू हुआ है। अगले महीने यानी नवंबर में यह यूनिट तैयार हो जाएगी। राज्यपाल ने केजीएमयू को बधाई प्रेषित करते हुए कहा कि नई यूनिट बनने से मरीजों के इलाज की राह आसान होगी।

प्राइवेट अस्पतालों में 50 लाख तक का खर्च 

कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने बताया कि मरीजों को संक्रमण से बचाने के लिए बोनमैरो यूनिट में हेपा फिल्टर लगाए जाएंगे। सीधी हवा से मरीज बैक्टीरिया, वायरस व फंगस की चपेट में आ सकते हैं। इसलिए यूनिट में फिल्टर हवा की आपूर्ति होगी। प्राइवेट अस्पतालों में बोनमैरो ट्रांसप्लांट के लिए लोगों को पचास लाख रुपए तक खर्च करने पड़ते रहे हैं। उन्होंने बताया कि केजीएमयू में तीमारदार से बोनमैरो लेकर ट्रांसप्लांट करने पर करीब 10 लाख रुपये का खर्च आएगा। जबकि मरीज के बोनमैरो यानी ऑटोलॉगस ट्रांसप्लांट पांच से छह लाख रुपये में होगा।

गुर्दा प्रत्यारोपण को मिलेगी रफ्तार

केजीएमयू में गुर्दा प्रत्यारोपण को रफ्तार मिलेगी। अभी तक आईसीयू न होने से गुर्दा प्रत्यारोपण नहीं हो पा रहा है। कुलपति ने बताया कि गुर्दा प्रत्यारोपण के लिए शताब्दी भवन स्थित नेफ्रोलॉजी विभाग का पांच बेड का आईसीयू तैयार हो गया है। ट्रांसप्लांट के लिए मरीजों की स्क्रीनिंग की जा रही है। इसमें जल्द ही नियमित रुप से ट्रांसप्लांट शुरू कर दिए जाएंगे। 


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