Lucknow Acid Attack: युवती पर तेजाब फेंकने के मामले में करीबी का हाथ होने की आशंका, कड़ियां जोड़ने में जुटी पुलिस
Lucknow Acid Attack: राजधानी लखनऊ के चौक कोतवाली क्षेत्र में लोहिया पार्क के सामने युवती के ऊपर तेजाब फेंकने के मामले में शक की सुई अब एक करीबी की तरफ घूम रही है।
Lucknow Acid Attack: राजधानी लखनऊ के चौक कोतवाली क्षेत्र में लोहिया पार्क के सामने युवती के ऊपर तेजाब फेंकने के मामले में शक की सुई अब एक करीबी की तरफ घूम रही है। फ़िलहाल पुलिस मामले की कड़ियाँ जोड़ने में जुटी हुई है। विभागीय सूत्रों के अनुसार जल्द ही पुलिस घटना का खुलासा कर मामले के असल मास्टरमाइंड को सामने ला सकती है। वहीं, पीड़िता के परिजनों का भी कहना है कि दोषी कोई भी हो वह सामने आए और उसे सख्त सजा मिले।
रविवार को न्यूज़ट्रैक से बातचीत में पीड़िता के पिता ने कहा कि 'अभी तक हमें जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक इस सारी घटना में किसी करीबी के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है लेकिन पुलिस अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुँची है और न ही पुलिस की तरफ से इसे लेकर कोई बात ही बताई गई है। ऐसे में किसी बात की पुष्टि कर पाना अभी उचित नहीं है। आगे उन्होंने यह भी कहा कि आरोपी कोई भी हो और उसे कानून की तरफ से कोई भी सजा मिले। हमें उस सजा से कोई आपत्ति नहीं है और न ही ऐसा करने वाले के प्रति हमारी कोई सहानुभूति होगी। उन्होंने कहा कि बेटी न घर वालों की मर्जी के बिना कहीं जाती थी और न ही किसी बाहरी व्यक्ति से बात करती थी। ऐसे में किसी बाहरी और अंजान व्यक्ति द्वारा अचानक ऐसा कर देना कहीं से भी तर्कसंगत नहीं लग रहा है। हालाँकि, पुलिस अभी इस मामले में खुलकर कुछ भी बोलने से बच रही है। इंस्पेक्टर चौक नागेश उपाध्याय ने कहा कि अभी आधिकारिक रूप से इस मामले में कुछ भी कह पाना संभव नहीं है। विवेचकों द्वारा लगातार तलाश की जा रही है। पीड़िता और घटना में घायल उसके भाई का KGMU में इलाज चल रहा है। दोनों के स्वास्थ्य में सुधार हो जाए तो उनसे बातचीत कर साक्ष्य जुटाए जाएंगे।
जाँच के लिए कपड़ों को ले गई पुलिस
पीड़िता के पिता ने कहा कि इस मामले में पुलिस की जाँच जारी है। शनिवार को पीड़िता और दूसरे कमरे में भर्ती उसके भाई द्वारा घटना के दौरान पहने गए कपड़ों को पुलिस जाँच के लिए अपने साथ ले गई है। पुलिस कपड़ों की मदद से इस बात की तलाश करेगी की घटना में जो तेज़ाब इस्तेमाल हुआ था वह किस फॉर्मूले के आधार पर तैयार किया गया था और उसमें डायल्यूज़न की मात्रा कितनी थी।
आरोपी के पास से बरामद हुई थी तेजाब की दो बोतलें
घटना के 24 घंटों के भीतर ही पुलिस ने लखीमपुर खीरी जिले के निवासी आरोपी अभिषेक वर्मा को ठाकुरगंज थानाक्षेत्र के गऊघाट के पास से एनकाउंटर में गिरफ्तार कर लिया था जिसके पास से सल्फ्यूरिक एसिड और हाइड्रोजन पैराऑक्साइड लिखी दो बोतलें बरामद हुई थी। इसी एसिड को आरोपी ने पीड़िता के ऊपर हमले में इस्तेमाल किया था। हालाँकि एसिड प्योर नहीं था। एसिड की क्षमता को कम करने के लिए उसमें किसी अन्य केमिकल को डायल्यूट किया गया था। जानकारों के मुताबिक किसी केमिकल के जानकार की मिलीभगत के बिना एसिड में एक दम सही मात्रा में डायल्यूजन करना संभव नहीं है। ऐसे में एसिड कहाँ से लिया गया और डायल्यूजन में किसने मदद की यह सवाल अब भी अनसुलझा बना हुआ है। वहीं, आरोपी के पास से मुठभेड़ के दौरान जो मोटरसाइकिल बरामद हुई थी वह भी घटना में घायल पीड़िता के मौसेरे भाई और आरोपी के दोस्त के पिता के नाम पर ही रजिस्टर्ड है।
घटना से पहले आरोपी के खाते में आई बड़ी रकम
पुलिस ने जब आरोपी से बातचीत की और उसके खातों को खंगाला तो पुलिस को आरोपी के खाते में बड़ी रकम ट्रांसफर किए जाने की बात सामने आई है। आरोपी के खाते में लगभग 1.60 लाख रुपये की रकम ट्रांसफर की गई थी। अब पुलिस इस तथ्य को भी खंगालने में जुटी है कि आरोपी को इतनी बड़ी रकम आखिर किसने और क्यों भेजी। सूत्रों की माने तो घटना में सुपारी देकर एसिड अटैक करवाने के एंगल से भी पुलिस जाँच कर रही है।
इन सवालों के जवाब अनुसलझे लेकिन अहम:-
1- आरोपी के पास किसने पहुंचाई पीड़िता के मौसा की बाइक ?
2- आरोपी के खाते में कहाँ से आई बड़ी रकम ?
3- जब भाई और बहन मिलने पहुंचे तो इस बात की सूचना आरोपी को कैसे मिली ?
4- एसिड कहाँ से खरीदा गया ?
5- एसिड को डायल्यूट किसने किया ?