Lucknow University: CM योगी ने शिक्षा समागम का किया उद्घाटन, बोले- अयोध्या और नैमिषारण्य का भ्रमण करें आगंतुक

भारत के गौरव को पुनर्स्थापित करने के लिए शिक्षण संस्थानों के पास फिर से अवसर है। सीएम ने अलग-अलग राज्यों से आए आगंतुकों से अनुरोध किया कि लखनऊ, नैमिषारण्य व अयोध्या का भ्रमण करें। इन जगहों पर क्या नया हो सकता, यह सुझाव भी हमें उपलब्ध कराइए।

Report :  Abhishek Mishra
Update: 2024-02-15 17:45 GMT

Lucknow University: विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान की ओर से लखनऊ विश्वविद्यालय में गुरुवार को अखिल भारतीय संस्थागत नेतृत्व समागम- 2024 की शुरुआत हुई। मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिल भारतीय संस्थागत नेतृत्व समागम का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि युवाओं को केवल शिक्षित नहीं, ज्ञानवान भी बनाना है।

शिक्षित नहीं ज्ञानवान बनें छात्र

समागम के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि ने कहा कि शिक्षण संस्थान युवाओं को शिक्षित तो बना दे रहे हैं, डिग्री व सर्टिफिकेट दे रहे हैं पर जब छात्र उच्च शिक्षण संस्थान से बाहर आता है तो उसके पास ज्ञान नहीं होता कि अब क्या करना है। यह कार्यक्रम उस भटकाव से दूर करने का माध्यम है। उसके चरित्र व सर्वांगीण विकास के लिए मंथन करें। केवल शिक्षित ही नहीं, बल्कि उसे ज्ञानवान भी बनाना है। वह व्यावहारिक ज्ञान से परिपूर्ण हो। जब वह शिक्षण संस्थान से निकले तो भारत के ऐसे नागरिक के रूप में खुद को जाने जो आत्मविश्वास से भरपूर हो। जीवन के जिस भी क्षेत्र में जो जिम्मेदारी दी जाए, वह आत्मविश्वास के साथ उसे चुनौती के रूप में स्वीकार कर लक्ष्य तक पहुंचाने में अपना योगदान दे सके।


अयोध्या का भ्रमण करें आगंतुक

भारत के गौरव को पुनर्स्थापित करने के लिए शिक्षण संस्थानों के पास फिर से अवसर है। सीएम ने अलग-अलग राज्यों से आए आगंतुकों से अनुरोध किया कि लखनऊ, नैमिषारण्य व अयोध्या का भ्रमण करें। इन जगहों पर क्या नया हो सकता, यह सुझाव भी हमें उपलब्ध कराइए।

राष्ट्रीय विकास का खाका है एनईपी 2020

केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री राजकुमार रंजन ने कहा कि एनईपी 2020 केवल एक नीति दस्तावेज नहीं है बल्कि राष्ट्रीय विकास का एक खाका भी है। जो भारतीय लोकाचार को समाहित करता है। इस मौके पर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, कैबिनेट मंत्री संजय निषाद, स्वतंत्र देव सिंह, राज्यमंत्री रजनी तिवारी, विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश चंद्र शर्मा और कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय आदि मौजूद रहे।


शिशु मंदिर से हुई विद्या भारती की उत्पत्ति

विद्या भारती उच्च शिक्षण संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. कैलाश चंद्र शर्मा ने बताया कि विद्या भारती की उत्पत्ति मुख्यमंत्री योगी की कर्मभूमि शिशु मंदिर गोरखपुर से हुई। विद्या भारती अब अखिल भारतीय के रूप में विकसित हो गई है। जिसमें लगभग 13 हजार विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षा में 33 लाख छात्र शामिल हैं।


एजुकेशन 5.0 का युग हुआ शुरु: कुलपति

लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में नए एजुकेशन 5.0 के युग का आरंभ हो गया है। इसका मुख्य उद्देश्य तकनीकी उन्नति, रोजगार के लिए तैयारी और समाज में सामाजिक सहयोग को बढ़ावा देना है। कुलपति ने बताया कि संस्थागत समागम में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नीतियों, रैंकिंग और प्रमाणीकरण के महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

Tags:    

Similar News