Lucknow Crime: बिना किसी दस्तावेज जालसाजों ने अपने नाम कराई 15 करोड़ की जमीन, 7 गिरफ्तार
Lucknow Crime: इस फर्जीवाड़े में मोहनलालगंज तहसील में तैनात राजस्व निरीक्षक हरेन्द्र सिंह की डिजिटल-की का इस्तेमाल किया गया था
Lucknow Crime: तहसील मोहनलालगंज के धौरहरा गांव में चार बहनों की करीब 15 करोड़ रुपये की भूमि जालसाजों ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे अपने नाम कर ली। फर्जीवाड़ा करने वाले दबंगों के हौसले इस कदर बुलंद थे कि उन्होंने जमीन पर मिट्टी डलवाकर उसकी पटाई भी शुरू कर दी। जब प्रेमावती, सावित्री, कृष्णावती और कलावती को इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने इसकी शिकायत थाने व तहसील में की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद चारों बहनों ने डीएम से पूरे मामले की शिकायत की। शिकायत के आधार पर डीएम ने आरोपियों पर कार्रवाई के साथ ही फर्जी प्रपत्रों के निरस्तीकरण आदेश जारी किए। इसके बाद पूरा मामला प्रकाश में आया। शिकायत के बाद राजस्व निरीक्षक की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और बुधवार को मामले में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
राजस्व निरीक्षक की डिजिटल-की का हुआ इस्तेमाल
इस फर्जीवाड़े में मोहनलालगंज तहसील में तैनात राजस्व निरीक्षक हरेन्द्र सिंह की डिजिटल-की का इस्तेमाल किया गया था। हालाँकि घपला उजागर होने के बाद हरेंद्र सिंह ने सविंदाकर्मी हेरम्ब शुक्ला राम आधार पर कार्यवाही किये जाने की तहरीर दी थी। इसके बाद मोहनलालगंज इंस्पेक्टर आलोक राव ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो अन्य आरोपियों के नाम भी खुलने शुरू हो गए। साथ ही एसडीएम बृजेश कुमार वर्मा ने खतौनी से फर्जी इंद्राज निरस्त कर जमीन फिर से वास्तविक किसानों दर्ज कराए।
दो मामलों में फर्जीवाड़ा
जाँच में सामने आया कि धौरहरा गांव की रियल टाइम खतौनी की खाता संख्या 00268 में दर्ज खातेदार प्रेमवती पत्नी गणेश निवासी भटवारा के स्थान पर राम आधार पुत्र बाबूलाल का नाम गलत तरीके से दर्ज कर दिया गया। इसी प्रकार ग्राम गौरियाकला से सम्बन्धित गाटा सं0 425/0.177 बृज किशोर पुत्र घसीटे का नाम रियल खतौनी से हटाकर मो० तब्लीक, गुफरान अहमद, खुर्शीद अहमद पुत्रगण मतीन व हसीब पुत्र अब्दुल गनी निवासी ग्राम रसूलपुर टिकनियामऊ का नाम बिना किसी आदेश के चढ़ा दिया।
पूछताछ के बाद पकड़ में आया खेल
पुलिस ने केस दर्ज होने के बाद नामजद संविदा कर्मियों और फर्जी खातेदारों को पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ के दौरान आरोपी खुद ही अपनी बातों में फंस गए। इसके बाद मोहनलालगंज पुलिस टीम ने आरोपी हेरम्ब शुक्ला, राम आधार, मो. तब्लीक, गुफरान अहमद, खुर्शीद अहमद पुत्र मतीन, हसीब पुत्र अब्दुल गनी व राम सुचित उर्फ राजन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।