Lucknow Crime: माँ ने ख़ुद को लगाई आग तो 8 घंटे तक महिला सिपाहियों ने निभाया माँ का किरदार, बच्चे को दिलाए नए कपड़े व रखा ख्याल
Lucknow Crime: अंजली जाटव दहेज़ प्रताड़ना के मामले में सुनवाई न होने की शिकायत लेकर लखनऊ में सीएम योगी के जनता दरबार में आई थी।
Lucknow Crime: मंगलवार की सुबह माँ अंजली ने उसे नहलाया, धुलाया तैयार किया और फिर लखनऊ में सीएम से गुहार लगाने उनके जनता दरबार जा पहुँची। यहां शायद बात नहीं बनी और अंजली सीएम आवास से बाहर निकली, दुधमुँहे मासूम को सड़क के किनारे बैठाया और फिर खुद को आग के हवाले कर दिया। माँ को आग की लपटों में घिरा देख मासूम लगातार रोता रहा। इसी बीच पुलिस आई और माँ को गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया। इधर मासूम खुद को माँ से दूर होता देख लगातार सिर्फ माँ के पास जाने के लिए आँसू बहाता रहा। आखिरकार, बच्चे का यह दर्द गौतम पल्ली थाने की महिला सिपाहियों से देखा नहीं गया और उन्होंने बच्चे को अपनी गोद में उठा लिया। यह कहानी है उस मासूम दिव्यांश की, जिसकी मां अंजली ने मंगलवार की सुबह लखनऊ में सीएम योगी के जनता दरबार से निकलकर खुद के ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी। अब अंजली की हालत बेहद नाजुक है और केजीएमयू में चिकित्सकों की निगरानी में उसका इलाज चल रहा है।
नए कपड़े दिलाकर माँ की तरह रखा ख्याल
महिला को अस्पताल भेजे जाने के बाद बच्चे को संभालने की जिम्मेदारी गौतम पल्ली थाने में तैनात महिला सिपाही ममता देवी, राप्ती चावला और आरती मौर्या ने संभाल ली। बच्चे को रोता देख पहले तो उन्होंने बच्चे को पुचकार कर चुप कराया। इसके बाद काफी देरतक मन बहलाने के लिए उसे खिलाती रही। सिपाहियों ने भूख से बिलख रहे बच्चे को गिलास से दूध पिलाया तब जाकर बच्चा शांत हुआ। इसके बाद पुलिस ने हज़रतगंज से बच्चे के लिए नए कपड़े खरीदकर उसे पहनाए और डायपर पहनाया। फिर भी जब बच्चा शांत नहीं हुआ तो सिपाहियों ने उसे मोबाइल में कार्टून और हंसी मजाक के वीडियो दिखाए जिसके बाद बच्चे ने रोना बंद किया।
8 घंटे तक संभाला, शाम को CWC को सौंपा
मंगलवार को गौतम पल्ली थाने की महिला सिपाहियों ने तकरीबन 8 घंटे तक बच्चे को अपने पास संभाले रखा। शाम को जब CWC की टीम पहुँची तो बच्चे को उनके हवाले कर दिया गया। वहीं, बुधवार को प्राप्त जानकारी के अनुसार उन्नाव से लखनऊ पहुंचे परिजनों को कानूनी प्रक्रिया के बाद बच्चे को सुपुर्द कर दिया गया है। इस पूरे मामले की रिपोर्ट उन्नाव से मंगवाई गई है जिसे शासन को भेजा जाएगा।
यह था मामला
मंगलवार की सुबह उन्नाव जनपद के पुरवा थाना क्षेत्र स्थित छत्ता खेड़ा गांव निवासी महिला अंजली जाटव पत्नी देशराज दहेज़ प्रताड़ना के मामले में सुनवाई न होने की शिकायत लेकर लखनऊ में सीएम योगी के जनता दरबार में आई थी। वह जनता दरबार से निकली थी और इसी बीच खुद के ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। महिला के पास से पुलिस को एक शिकायती पत्र मिला था जिसमें लिखा था कि उन्नाव पुलिस घरेलू विवाद में शिकायत करने के बावजूद उसकी सुनवाई नहीं कर रही है। दो दिन पहले भी महिला सीएम के जनता दरबार में आई थी और उसने सुनवाई करने की मांग की थी। महिला ने अपने पति देशराज, देवर, भांजे पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत की थी। सुनवाई न होने पर वह दो दिन पहले भी सीएम ऑफिस गुहार लगाने पहुंची थी। आरोप है कि इसके बाद से स्थानीय पुलिस उस पर दबाव बना रही थी। महिला ने पुरवा थाने में तैनात एक दरोगा पर ससुरालियों का पक्ष लेने और सुनवाई न करने के आरोप भी लगाए थे। घटना के बाद उन्नाव पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया था कि शिकायत के आधार पर महिला के पति व देवर को पूर्व में जेल भेजा जा चुका है। घटना में महिला 90 प्रतिशत तक जल गई थी जिसका इलाज केजीएमयू में चल रहा है।