Lucknow News: सपा के पूर्व MLC उदयवीर सिंह के खिलाफ गोमतीनगर थाने में दर्ज हुआ मुकदमा, जमीन कब्जाने से जुड़ा था पूरा मामला

Lucknow News: परिवहन आयुक्त बृजेश नारायण सिंह के मुताबिक, जमीन कब्जा करने के प्रयास का संदेह होने पर उन्होंने प्लॉट पर 'जमीन बिकाऊ नहीं है' का बोर्ड लगा दिया और टूटी हुई दीवार का दोबारा आए निर्माण कराया।;

Update:2025-02-19 11:07 IST

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Lucknow News: समाजवादी पार्टी के पूर्व MLC उदयवीर सिंह के खिलाफ जमीन कब्जाने से जुड़े मामले में लखनऊ के गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। दर्ज हुआ मुकदमा परिवहन आयुक्त बृजेश नारायण सिंह की ओर से कराया गया है। आपको बता दें कि पूर्व MLC उदयवीर की ओर से परिवहन आयुक्त आईएएस बीएन सिंह यानी बृजेश नारायण सिंह की पत्नी मीनल के नाम दर्ज विनीत खंड के प्लॉट पर कब्जे का प्रयास किया गया था। 

 गंभीर धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा, खेल में LDA के कर्मचारी भी शामिल

आपको बताते चलें कि गोमतीनगर थाने में दर्ज हुए मुकदमे में पूर्व MLC उदयवीर सिंह के साथ साथ बिल्डर शक्ति सिंह, अविनाश सिंह सिंकू और LDA के कुछ अज्ञात कर्मचारियों को आरोपी के तौर पर रखा गया है। इन सभी के खिलाफ अवैध अतिक्रमण, जालसाजी, धोखाधड़ी एवं आपराधिक षड्यंत्र की धारा 318(4), 338, 336(3), 61(2), 329(3), 342(2), 340(2) जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इंस्पेक्टर गोमतीनगर थाना राजेश त्रिपाठी के बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। 

1977 में LDA की ओर से परिवहन आयुक्त की पत्नी को आवंटित हुआ था प्लॉट

तहरीर के अनुसार, साल 1977 में परिवहन आयुक्त BN सिंह की पत्नी मीनल को LDA की ओर से प्लॉट आवंटित किया गया था। बीएन सिंह के अनुसार, उनकी पोस्टिंग अधिकतर दिल्ली व NCR क्षेत्र में रहती थी, जिसके चलते वे प्लॉट का निर्माण नहीं करा पाए। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 5 महीने पहले उन्हें पड़ोसी की ओर से किसी अज्ञात अफसर द्वारा कुछ लोगों के साथ मिलकर प्लॉट पर कब्जा करके उसकी दीवार तोड़ने की जानकारी दी गई। इसे लेकर जब LDA के अधिकारियों से पूछा गया तो उन्होंने किसी को प्लॉट आवंटित करने या दस्तावेज देने की बात से इनकार कर दिया। 

दोबारा निर्माण होने के बाद फिर तोड़ दी गई दीवार

परिवहन आयुक्त बृजेश नारायण सिंह के मुताबिक, जमीन कब्जा करने के प्रयास का संदेह होने पर उन्होंने प्लॉट पर 'जमीन बिकाऊ नहीं है' का बोर्ड लगा दिया और टूटी हुई दीवार का दोबारा आए निर्माण कराया। जिसके बाद बीते 11 फरवरी को कुछ अज्ञात लोग दोबारा प्लॉट पर आए और बाउंड्री फिर से गिरा दी। इतना ही नहीं, मौके से बिकाऊ नहीं है का बोर्ड भी हटा दिया गया। उन्होंने बताया कि छानबीन करने पर पता चला कि अयोध्या के शक्ति सिंह द्वारा फर्जी दस्तावेज तैयार करके प्लॉट खरीदने का प्रयास किया गया और धोखाधड़ी के इस खेल की पूरी योजना समाजवादी पार्टी के पूर्व MLC उदयवीर सिंह के दिल्ली वाले आवास पर बनाई गई। परिवहन आयुक्त के अनुसार, बातचीत की रिकॉर्डिंग उन्होंने पुलिस को सौंप दी है।

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