Lucknow Hotel Fire: हुसैनगंज में बिना NOC चल रहा था राज होटल, न बजे अलार्म और न मिले फायर एक्सटिंग्विशर

Lucknow Hotel Fire: राजधानी लखनऊ में एक बार फिर होटल में आग लगने से करीब 3 दर्जन लोगों की जान सांसत में पड़ गई।

Written By :  Santosh Tiwari
Update: 2024-07-09 15:07 GMT

रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे फायर कर्मी। Photo- Social Media 

Lucknow Hotel Fire: राजधानी लखनऊ में एक बार फिर होटल में आग लगने से करीब 3 दर्जन लोगों की जान सांसत में पड़ गई। हालाँकि सूचना के बाद मौके पर पहुँची पुलिस और दमकल की टीम ने होटल में रुके सभी लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया लेकिन अब जाँच में सामने आया है कि हुसैनगंज में राज होटल बिना फायर विभाग की अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) के चल रहा था।

हादसे के बाद पूछताछ में सामने आया कि करीब 2 साल पहले फायर विभाग की ओर से इनकी NOC निरस्त कर दी गई थी। तब से होटल बिना NOC के धड़ल्ले से संचालित हो रहा था। आग लगने के दौरान होटल में फायर फाइटिंग के उपकरण तक नहीं मिले। बताते चलें कि सोमवार की देर रात लखनऊ के हुसैनगंज थानाक्षेत्र स्थित होटल राज में अचानक आग लग गई थी। हादसे के वक्त होटल में करीब 3 दर्जन लोग रुके हुए थे जिनमें बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग भी शामिल थे। होटल में धुआँ भरने की सूचना लोगों ने पहले ही स्टाफ को दी थी लेकिन स्टाफ ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। जिसके बाद बेसमेंट में लगी आग ने अचानक विकराल रूप ले लिया। आग को बढ़ता देख किसी ने मामले की सूचना पुलिस और दमकल को दी। सूचना के बाद घटनास्थल पर पहुँची दमकल और पुलिस की टीम ने घंटों की कड़ी मशक्क्त के बाद आग पर काबू पाया और लोगों को बाहर निकाला। फ़िलहाल अभी तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है। सूत्रों ने शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई है। वहीं, मौके पर पहुँची फायर टीम ने भी होटल के दस्तावेज और NOC जांच की। होटल संचालक NOC नहीं दिखा सके। साथ ही कई अन्य अनियमितताएं भी जाँच में सामने आई हैं। 

खराब थे अलार्म, नहीं थे फायर एक्सटिंग्विशर

मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि एक ओर होटल में तेज आग लगी हुई थी दूसरी ओर फायर अलार्म काम ही नहीं कर रहे थे। अंदर मौजूद लोगों ने जब फायर एक्सटिंग्विशर ढूंढे तो वह भी कहीं नहीं मिले। अगर रेस्क्यू टीम समय से न पहुँचती तो घटना और भी बड़ी हो सकती थी। लोगों का आरोप है कि होटल के स्टाफ से जब कहीं से धुआँ आने और सांस लेने में दिक्क्त होने की बात कही गई तो वो धूपबत्ती जलने की बात कहकर वहां से चले गए।

लेवाना अग्निकांड के बाद रद्द की गई थी NOC

चीफ फॉयर अफसर लखनऊ मंगेश कुमार ने बताया कि लेवाना अग्निकांड के बाद जाँच में अनियमितताएं मिलने पर इनकी NOC निरस्त कर दी गई थी। बिना NOC किन परिस्थितियों में होटल का संचालन हो रहा था इसकी जाँच की जा रही है। जांच के आधार पर होटल संचालकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। हालाँकि बिना अनुमति शहर के मुख्य हिस्से में होटल का संचालन होने से पुलिस और फायर विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा हो रहा है।

कड़ी मशक्क्त के बाद खत्म हुआ रेस्क्यू

सीढ़ी लगाकर लोगों को निकाला गया होटल से बाहर: Photo- Social Media 

राज होटल में आग लगने के बाद फायर कर्मियों को रेस्क्यू ऑपरेशन में कड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। सीएफओ मंगेश कुमार ने बताया कि सूचना के बाद टीम के साथ होटल पहुंचे और फिर आग बुझाने की प्रक्रिया शुरू की गई। सीढ़ियों के पास आग फैलने से रेस्क्यू में काफी मशक्क्त करनी पड़ी। कर्मचारियों ने होटल की पहली मंजिल की खिड़की तोड़कर लोगों को सीढ़ी की मदद से बाहर निकाला। फ़िलहाल जाँच रिपोर्ट तैयार की जा रही है। उसके आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी।

राजधानी में पहले भी हुई हैं घटनाएं

- 05 सितंबर 2022 को हज़रतगंज के होटल लेवणा में आग लगने से 4 लोगों की मौत, एक दर्ज से अधिक घायल

- 02 मई 2022 लाटूश रोड पर जानकी बाज़ार इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानों और गोदाम में आग लगी

- 01 अप्रैल 2022 गुईन रोड पर तीन मंजिला काम्प्लेक्स, स्टेशनरी शॉप और गोदाम में आग लगी

- 12 अप्रैल 2022 गोमती नगर के सैवी ग्रैंड होटल में आग लगी

- 07 मार्च 2022 अमीनाबाद में पेंट की दुकान में आग लगी

- 24 मार्च 2021 गड़बड़झाला बाजार में प्लास्टिक सामना की कई दुकानों में आग लगी 

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