Lucknow News: बच्चों के पेट से निकले 6 इंच के कीड़े...प्रशासन ने क्यों छिपायी निर्वाण आश्रय केंद्र में बच्चों के बीमार की घटना
Lucknow News: चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि बच्चों के उल्टी होने पर छह इंच के कीड़े भी निकले। जिसके बाद अफरा-तफरी मच गयी।;
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Lucknow News: राजधानी लखनऊ में निर्वाण आश्रय केंद्र में रह रहे चार बच्चों की मौत के बाद हड़कंप मचा हुआ है। वहीं 35 बच्चों का अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। जिसमें 20 बच्चों की हालत नाजुक बतायी जा रही है। वहीं इस घटना के बाद लखनऊ के जिलाधिकारी विशाख जी. भी लोकबंधु अस्पताल पहुंचे। बच्चों की सेहत का हालचाल जाना। इसके बाद उन्होंने मामले की जांच के आदेश दे दिये।
वहीं कमिश्नर रोशन जैकब और प्रमुख सचिव लीना जौहरी भी अस्पताल पहुंचे और बच्चों की कुशलक्षेम ली। अब बच्चों के बीमार होने के बाद मामले में एक और खुलासा हो रहा है। वहीं अब इस मामले में लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि 23 मार्च को आश्रय केंद्र के बच्चों को अस्पताल लाया गया था। ये सभी बच्चे मानसिक रूप से विकलांग थे। ऐसे में वह अपनी स्थिति के बारे में सही ढंग से बता नहीं सके। बस अपने पेट पर हाथ रख हुए थे। इससे यह समझ लिया गया कि उनके पेट में दर्द है। साथ ही उनमें उल्टी और दस्त के लक्षण भी दिखे।
चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि बच्चों के उल्टी होने पर छह इंच के कीड़े भी निकले। जिसके बाद अफरा-तफरी मच गयी। बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर यह डर था कि कहीं ये कीड़े बच्चों के सिर में न पहुंच जाएं। ऐसे में बच्चों का सीटी स्कैन, एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड कराया गया है। अब सवाल यह उठता है कि अगर बच्चे 23 मार्च से ही अस्पताल में भर्ती थे तो फिर प्रशासन ने तीन दिनों तक यह घटना क्यों छुपाए रखी।
चार बच्चों की मौत के बाद जांच के हुए आदेश
निर्वाय आश्रय केंद्र की बदइंतजामी की पोल खुल चुकी है। आश्रय केंद्र प्रबंधन की लापरवाही के चलते चार बच्चों की असमय मौत हो गयी। वहीं इस मामले को प्रशासन ने भी गंभीरता से नहीं लिया। जब चार बच्चों की उपचार के दौरान मौत हुई तब जाकर प्रशासन की नींद टूटी और जांच के आदेश दिये गये। इस मामले को लेकन मंडलायुक्त रोशन जैकब ने कहा कि आश्रय केंद्र के पानी की जांच करायी जाएगी।
उन्होंने कहा कि कुछ माह पहले ही आश्रय केंद्र की व्यवस्थाओं की उन्होंने जांच पड़ताल की थी। लेकिन उस समय सब कुछ दुरूस्त था। कुछ कमियों मिली थी जिन्हें उन्होंने जल्द ठीक कराने के निर्देश दिये थे। उन्होंने कहा कि एफएसडीए, नगर निगम समेत कई विभागों की टीम निर्वाण आश्रय केंद्र पहुंची हुई है और जांच पड़ताल कर रही है। इस घटना को छिपाने के सवाल पर मंडलायुक्त ने कहा कि घटना की जानकारी सही समय पर दी गयी या नहीं। इसकी जांच चल रही है।