Lucknow News : LDA ने फ्लैट में दंपत्ति को किया सील, बच्चा कहां जाए?
Lucknow News : लखनऊ विकास प्राधिकरण का एक अजब कारनामा सामने आया है, जहां LDA की टीम ने दंपत्ति सहित फ्लैट को सील कर दिया।;
Lucknow News : लखनऊ विकास प्राधिकरण का एक अजब कारनामा सामने आया है, जहां LDA की टीम ने दंपत्ति सहित फ्लैट को सील कर दिया। बच्चा जब स्कूल से वापस लौटा तो देखा कि फ्लैट सील है, यह देखकर मासूम वहीं बाहर खड़े होकर लोगों से फ्लैट को खोलने की गुहार लगाने लगा।
बताया जा रहा है कि ये पूरा मामला जोन - 6 में हुसैनगंज के जौहरी मेहतर गढ़ैया का है, जहां 2017 की बनी बिल्डिंग को स्थानीय निवासी की शिकायत पर बुधवार को सील कर दिया गया। LDA की टीम ने फ्लैट को तब सील कर दिया, जब दंपत्ति उसमें मौजूद थे। LDA का ये कारनामा चर्चा में है, इधर दंपत्ति के बच्चे परेशान नज़र आए। वहीं फ्लैट में कैद पति पत्नी स्थानीय लोगों से घर से बाहर निकालने की गुहार लगा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि फ्लैट में कैद पति हृदय की गंभीर बीमारी से पीड़ित है। दवा के अभाव में मरीज की जान पर आफत भी आ सकती है। इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में LDA के खिलाफ नाराज़गी देखी जा सकती है। लोगों का कहना है कि LDA के अधिकारियों ने अपने अभिमान के आगे सारे नियम कानून को ताख पर रख दिया है। ये बहुत बड़ी लापरवाही है।
LDA की लापरवाही
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस बिल्डिंग को पहले भी सील किया गया, लेकिन बाद में खोल दिया गया था। दंपति ने LDA से सिफारिश की थी कि उनके पास रहने की जगह नहीं है, लेकिन एक स्थानीय भाजपा नेता की शिकायत पर इसे सील कर दिया गया। बताया जा रहा है कि यह अपार्टमेंट अवैध है, इसलिए इसे सील किया गया और दंपति इस अपार्टमेंट के एक फ्लैट के मालिक हैं। दंपति का कहना है कि इसमें गलती बिल्डर की है, हमने तो फ्लैट बिल्डर से खरीदा था।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह जमीन इस दंपति की ही थी, जिसे बिल्डर को यहां पर अपार्टमेंट बनाने के लिए दिया था, जिसके बाद एक फ्लैट में यह दंपत्ति रहते थे। इनका दावा है कि उनके पास रहने के लिए और कोई दूसरी जगह नहीं है। स्थानीय लोग एलडीए की कार्रवाई से नाराज है। उनका कहना है कि दंपति को बिल्डिंग के अंदर सील नहीं करना चाहिए था। उनके दो मासूम बच्चे बाहर परेशान थे। एक बच्चा स्कूल जाता है तो दूसरा बच्चा करीब डेढ़ साल का है। फिलहाल बढ़ते आक्रोश को देखते हुए एलडीए के कर्मचारियों ने सील को खोल दिया है। इसके बाद दोनों मासूम बच्चे अपने मां-बाप से मिल सके।
क्या बोला एलडीए
LDA का दावा है कि वीडियो में अपार्टमेंट के गेट पर लाल रंग से 29 सितंबर 2024 की तारीख लिखी है इसी दिन एलडीए ने अवैध निर्माण के चलते अपार्टमेंट सील किया था। एलडीए की सीलिंग पट्टी भी गेट पर दिख रही है। एलडीए के जोनल अधिकारी शशि भूषण पाठक ने कहना है कि साजिश के तहत वीडियो वायरल किया गया है। यदि ऐसा होता तो उसी समय फ्लैट में बंद करने वालों को शिकायत करनी चाहिए थी।
लेकिन एलडीए के ऊपर बड़ा सवाल खड़ा होता है कि सील बिल्डिंग में यह दंपति अंदर कैसे पहुंचा? स्थानीय लोगों का कहना है कि यह बिल्डिंग पहले सील की गई थी बाद में खोल दी गई और फिर इसे पुनः सील किया गया तो दंपत्ति बिल्डिंग के अंदर ही थी फिर बाद में उस सील को भी हटा दिया गया।