LDA News: पिपराघाट से शहीद पथ के बीच बंधा निर्माण का रास्ता साफ, लाखों लोगों को होगी सुविधा
LDA News: सितम्बर को इस प्रोजेक्ट को लेकर दिल्ली के साउथ ब्लाॅक स्थित सैन्य मंत्रालय में एक हाईलेवल बैठक हुयी। जिसमें प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार व अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा समेत अन्य द्वारा प्रतिभाग किया गया।
LDA News: ग्रीन काॅरिडोर परियोजना पार्ट-3 के अंतर्गत पिपराघाट से शहीद पथ के बीच बंधे के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के नेतृत्व में दिल्ली गये एलडीए अधिकारियों के साथ सेना के वरिष्ठ अधिकारियों की हुयी बैठक में प्रोजेक्ट को ग्रीन सिग्नल मिल गया है। इसमें सेना की तरफ से कुछ जरूरी मांगें रखी गयी हैं। जिसे उपाध्यक्ष ने प्रस्ताव में शामिल करते हुए अधिकारियों को फाइनल ड्राफ्ट तैयार करने के आदेश दिये हैं।
प्रोजेक्ट इम्पलीमेंटेशन यूनिट के प्रभारी एके सिंह सेंगर ने बताया कि ग्रीन काॅरिडोर परियोजना के पार्ट-3 के अंतर्गत पिपराघाट से शहीद पथ के बीच गोमती नदी के दाहिने तट पर फ्लड इम्बैंकमेंट (बंधा) का निर्माण किया जाना है। जिसकी कुल लंबाई 5.8 किलोमीटर है। इसमें से बंधे का 2.8 किलोमीटर हिस्सा छावनी क्षेत्र में आ रहा है, जिसके लिए लगभग 21.81 हेक्टेयर सैन्य भूमि प्राधिकरण को हस्तांतरित करायी जानी है। इस सम्बंध में तैयार कराये गये प्रस्ताव पर एलडीए के साथ स्थानीय स्तर पर रक्षा संपदा, सेना व सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ पूर्व में बैठक की गयी थी। जिसमें सभी की सहमति मिलने के बाद प्रस्ताव सैन्य मंत्रालय को प्रेषित किया गया था।
बीते 23, सितम्बर को इस प्रोजेक्ट को लेकर दिल्ली के साउथ ब्लाॅक स्थित सैन्य मंत्रालय में एक हाईलेवल बैठक हुयी। जिसमें प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार व अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा समेत अन्य द्वारा प्रतिभाग किया गया। सैन्य मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेटरी (भूमि एवं कार्य) के साथ हुयी इस बैठक में काफी सकारात्मक नतीजे देखने को मिले। इसमें उच्च स्तर से निर्देश दिये गये कि गंगा बाढ़ नियंत्रण परिषद के मानकों के अनुरूप बंधे के एलाइनमेंट को जितना हो सके नदी की तरफ शिफ्ट किया जाए। जिस पर उपाध्यक्ष ने सम्बंधित अधिकारियों को एक बार पुनः स्थल निरीक्षण करके नये सिरे से एलाइनमेंट तैयार करने के निर्देश दिये हैं। इसके अलावा सेना के अधिकारियों व स्टाॅफ के सुगम आवागमन के लिए बंधे पर निर्धारित स्थानों पर रैम्प व अंडरपास बनाने के निर्देश दिये गये हैं। जिसके लिए सेना के अधिकारियों के साथ शीघ्र ही स्थल निरीक्षण करके स्थान चिन्हित कराया जाएगा।
एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि ग्रीन काॅरिडोर परियोजना के तहत बंधे का निर्माण होने से बारिश के मौसम में सैन्य भूमि पर होने वाले जलभराव से स्थायी रूप से निजात मिल जाएगा। इससे बाढ़ से प्रभावित होने वाली उक्त सैन्य भूमि की उपयोगिता भी बढ़ जाएगी। इसके अलावा छावनी क्षेत्र में रहने वाले सेना के अधिकारियों व आम नागरिकों को एयरपोर्ट आने-जाने के लिए सीधी कनेक्टीविटी मिल जाएगी। इससे छावनी क्षेत्र में रहने वाले लोगों के साथ ही शहर की बड़ी आबादी को बड़ा फायदा मिलेगा।