Lucknow News: लखनऊ विश्वविद्यालय और यूजीसी-मालवीय ने शिक्षकों से की अपील: आधुनिक शैक्षणिक उपकरणों और ऑनलाइन शिक्षण रणनीतियों को अपनाएं

लखनऊ विश्वविद्यालय और यूजीसी-मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र ने ऑफलाइन लघु अवधि कार्यक्रम (एसटीसी) आयोजित किया। जिसमें एमओओसीएस के विकास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया।;

Written By :  Virat Sharma
Update:2025-02-24 19:45 IST

Lucknow News: Photo-Social Media

Lucknow News : लखनऊ विश्वविद्यालय और यूजीसी-मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र ने ऑफलाइन लघु अवधि कार्यक्रम (एसटीसी) आयोजित किया। जिसमें एमओओसीएस के विकास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को डिजिटल शिक्षा में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक कौशल से लैस करना था। ताकि वे प्रभावी रूप सेएमओओसीएस डिजाइन और लागू कर सकें। लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो. आलोक कुमार राय के दूरदर्शी नेतृत्व में यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय की डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का प्रतीक था। उन्होंने इस कार्यक्रम के उद्देश्यों और डिजिटल शिक्षा के महत्व पर जोर दिया।

मुख्य अतिथि ने डिजिटल शिक्षा के महत्व पर दिया जोर

इस कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. आशुतोष मोहन ने अपने भाषण में डिजिटल शिक्षा की परिवर्तनकारी क्षमता को रेखांकित किया। उन्होंने शिक्षकों से अपील किया कि वे छात्रों की सहभागिता और सीखने के परिणामों को बढ़ाने के लिए आधुनिक शैक्षणिक उपकरणों और ऑनलाइन शिक्षण रणनीतियों को अपनाएं।

एमएमटीटीसी के निदेशक ने किया पाठ्यक्रम के उद्देश्यों का रेखांकन

एमएमटीटीसी के निदेशक प्रो. कमल कुमार ने पाठ्यक्रम के उद्देश्यों को विस्तार से बताया और आज की तकनीक-संचालित शिक्षा प्रणाली में इस तरह के कार्यक्रम की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी बताया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम शिक्षकों को डिजिटल शिक्षाशास्त्र और शिक्षार्थी जुड़ाव रणनीतियों के प्रति संवेदनशील बनाएगा।

समृद्ध अनुभव प्रदान करने के लिए विशेषज्ञों का सहयोग

सप्ताह भर चले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित संकाय सदस्यों सहित भारत भर से 45 शिक्षकों ने भाग लिया। कार्यक्रम को देशभर के विशेषज्ञ संसाधन व्यक्तियों द्वारा निर्देशित किया गया, जिन्होंने एमओओसीएस डिज़ाइन और आईसीटी में अपनी विशेषज्ञता के माध्यम से गहन अंतर्दृष्टि और व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया।

प्रतिभागियों के योगदान की सराहना

कार्यक्रम के समापन पर कुलपति प्रो. मनुका खन्ना, एमएमटीटीसी के निदेशक प्रो. कमल कुमार और स्वयं समन्वयक डॉ. किरण लता डंगवाल ने प्रतिभागियों के समर्पण और रचनात्मकता की सराहना की। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे डिजिटल शिक्षा के लिए नए उपकरणों को अपनाएं और शिक्षा के तकनीकी परिदृश्य में परिवर्तन लाने में सक्रिय भूमिका निभाएं। इस पहल के साथ लखनऊ विश्वविद्यालय (NAAC A++ मान्यता प्राप्त) ने अपने समर्पण की पुष्टि की है कि वह डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने, प्रौद्योगिकी-संचालित शिक्षा के उभरते परिदृश्य को अपनाने और शिक्षकों को सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयास करेगा।

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