Lucknow News: पुनर्वास विवि में शुरु होंगे कई नए पाठ्यक्रम, तीन वर्षीय कार्ययोजना में हुआ फैसला
Rehabilitation University: एमए पाठ्यक्रम में भारतीय ज्ञान परंपरा के तहत आदिकालीन एवं मध्यकालीन हिंदी साहित्य और संस्कृति, भारतीय नवजागरण, भारत की दार्शनिक परंपरा को रखा गया है। पाठ्यक्रम को अखिल भारतीय स्वरूप देने के लिए बांग्ला, तमिल, तेलुगू, मराठी, मलयालम, गुजराती, असमी, कश्मीरी, उर्दू भाषा में रचित महत्वपूर्ण कृतियों को भी शामिल किया गया है।
Lucknow News: डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में तीन वर्षीय योजना में कई कार्यक्रम शुरू करने की तैयारी है। इसके साथ एमए के पाठ्यक्रम में भी बदलाव किया गया है। पाठ्यक्रम में चार नए प्रश्न पत्र भी जोड़े जाएंगे।
तीन वर्षीय कार्ययोजना में शुरु होंगे कई कार्यक्रम
पुनर्वास विवि में तीन वर्षीय योजना में कार्यक्रम शुरु करने की योजना तैयार हो गई है। पत्रकारिता एवं जनसंचार में तीन वर्षीय स्नातक और पत्रकारिता एवं जनसंचार में दो वर्षीय परास्नातक कार्यक्रम शुरु होंगे। इसके अलावा डिप्लोमा के पाठ्यक्रम भी शुरु किए जाएंगे। जिसमें विदेशी छात्रों के हिन्दी शिक्षण में एक साल का डिप्लोमा, एक वर्षीय अनुवाद, तीन वर्षीय बीवोक अभिनय एवं मंच विन्यास, तीन साल का बीवोक फिल्म निर्माण डिप्लोमा, दो वर्षीय एमए नाट्यकला एवं फिल्म स्टडी, एक वर्षीय समाचार वाचन डिप्लोमा, एक साल का स्क्रिप्ट लेखन डिप्लोमा फिल्म, विज्ञापन, धारावाहिक, वृत्तचित्र डिप्लोमा और एक वर्षीय लघु फिल्म निर्माण डिप्लोमा शामिल हैं। इन सभी कार्यक्रमों के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है।
एमए पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया
इसी तरह पांच वर्षीय कार्ययोजना में एमए पाठ्यक्रम में कई तरह के बदलाव को शामिल किया गया है। एमए पाठ्यक्रम में भारतीय ज्ञान परंपरा के तहत आदिकालीन एवं मध्यकालीन हिंदी साहित्य और संस्कृति, भारतीय नवजागरण, भारत की दार्शनिक परंपरा को रखा गया है। पाठ्यक्रम को अखिल भारतीय स्वरूप देने के लिए बांग्ला, तमिल, तेलुगू, मराठी, मलयालम, गुजराती, असमी, कश्मीरी, उर्दू भाषा में रचित महत्वपूर्ण कृतियों को भी शामिल किया गया है। समकालीन अस्मिता विमर्श के तहत दिव्यांग विमर्श, स्त्री विमर्श, दलित विमर्श, आदिवासी विमर्श, किन्नर विमर्श भी पाठ्यक्रम का अंग होगा।
चार नए प्रश्नपत्र शामिल हुए
एमए पाठ्यक्रम में बाजार की मांग के अनुसार कई नए प्रश्न पत्र भी शामिल किए गए हैं। इसमें सिनेमा रचना प्रक्रिया और फीचर लेखन, संवाद एवं पटकथा लेखन, पत्रकारिता प्रशिक्षण एवं मीडिया लेखन और अभिनय एवं मंच विन्यास को प्रश्नपत्र के रूप में जोड़ा गया है।