Lucknow News: ऑक्सीजन सपोर्ट पर नवजात, अस्पताल में ही छोड़ भागने लगे मां-बाप
Lucknow News: वीरांगना झलकारी बाई महिला अस्पताल में सोमवार को एक दंपति आपसी लड़ाई के कारण अपने बच्चे को अस्पताल में ही छोड़कर भागने की कोशिश की। अस्पताल के कर्मचारियों ने महिला के हाथ में विगो लगा देखकर उसे गेट पर रोक लिया। काफी समझाने पर भी महिला नहीं मानी तो अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को बुलाया।
Lucknow News: वीरांगना झलकारी बाई महिला अस्पताल में सोमवार को एक दंपति आपसी लड़ाई के कारण अपने बच्चे को अस्पताल में ही छोड़कर भागने की कोशिश की। अस्पताल के कर्मचारियों ने महिला के हाथ में विगो लगा देखकर उसे गेट पर रोक लिया। काफी समझाने पर भी महिला नहीं मानी तो अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को बुलाया।
गेट पर खड़े कर्मचारियों ने पकड़ा
अस्पताल की सीएमएस डॉ. निवेदिता कर ने बताया कि बीते 22 जनवरी को झलकारी बाई अस्पताल में लखनऊ कैंट क्षेत्र की रहने वाली संगीता भर्ती हुई थी। संगीता के पति का नाम संजीव है। इन दोनों की शादी एक साल पहले ही हुई थी। दोनों को शादी से ही कई दिक्कतें थीं। महिला का यह पहला बच्चा था। ऑपरेशन के बाद पति और पत्नी के बीच कुछ विवाद हुआ। सोमवार को महिला का टांका कटा। महिला और उसकी मां बिना अस्पताल प्रशासन को बताए वहां से जा रही थी।
उन्होंने कहा कि जिस समय महिला अंदर से बाहर निकल रही थी। उस समय गेट पर खड़े कर्मचारियों ने महिला के हाथ में लगी विगो को देखकर उसे रोक लिया। महिला के पास डिस्चार्ज पेपर नहीं था। कर्मचारियों ने मामले की जानकारी अस्पताल प्रशासन को दी। प्रशासन ने महिला और उसके पति को बुलाकर समझाने का प्रयास किया लेकिन दोनों अपने बच्चे को छोड़कर भागना चाह रहे थे। प्रशासन ने दोपहर 2 बजे के करीब पुलिस को बुलाया।
पति-पत्नी के बीच चल रहा कोर्ट केस
जानकारी के मुताबिक शहर के हजरतगंज क्षेत्र स्थित वीरांगना झलकारी बाई महिला अस्पताल में एक महिला पिछले कुछ दिनों से भर्ती थी। जिस समय महिला की डिलीवरी हुई थी, उस समय बच्चा और महिला दोनों ठीक थे। लेकिन लड़ाई के बीच में आठवें दिन बच्चे की तबीयत बिगड़ने लगी। महिला और उसके पति के बीच कोर्ट में केस चल रहा है।
ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है बच्चा
सीएमएस डॉ. निवेदिता ने बताया कि बच्चे को इस समय सिक चिल्ड्रन केयर यूनिट में रखा गया है। सांस लेने में दिक्कत होने के कारण बच्चा ऑक्सीजन सपोर्ट पर है। पति-पत्नी ने आपसी लड़ाई के चलते बच्चे पर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया। सात दिन के छोटे बच्चों को मां की जरुरत सबसे ज्यादा होती है। इस वक्त बच्चे की तबीयत गंभीर है।