Lucknow University: प्री पीएचडी कोर्सवर्क में अब तीन पेपर, सिलेबस में होगा बदलाव
एकेडमिक डीन प्रो. गीतांजलि मिश्रा के मुताबिक अनुसंधान पद्धति पर पेपर दो मात्रात्मक और गुणात्मक तरीकों, कंप्यूटर अनुप्रयोगों, अनुसंधान नैतिकता और प्रासंगिक क्षेत्र में प्रकाशित शोध की समीक्षा, प्रशिक्षण, क्षेत्र कार्य आदि जैसे क्षेत्रों को कवर करेगा।
Lucknow University: प्री पीएचडी कोर्सवर्क में दो कोर्स पेपर के बजाय तीन कोर्स पेपर होंगे। लखनऊ विश्वविद्यालय प्री पीएचडी कोर्सवर्क में बदलाव करने जा रहा है। इसके तहत पेपर और और क्रेडिट दोनो में बदलाव किया जाएगा। प्री पीएचडी कोर्स वर्क में आठ क्रेडिट अंको की जगह 12 क्रेडिट अंको का होगा। वहीं स्नातक अध्यादेश में सेमेस्टर क्रेडिट अंको को 24 से 20 किया जाएगा।
दोबारा तैयार होगा स्नातक पाठ्यक्रम
लखनऊ विश्वविद्यालय में प्री पीएचडी कोर्स वर्क में अब तीन पेपरों में एक ऑप्शनल और दो कंपलसरी पेपर शामिल किए जाएंगे। एलयू में प्री-पीएचडी कोर्सवर्क के साथ स्नातक के पाठ्यक्रम को दोबारा तैयार किया जाएगा। इसके लिए संशोधन प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस संबंध में अधिष्ठाता एकेडमिक प्रो. गीतांजलि मिश्रा ने कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह को पत्र लिखा है। एकेडमिक डीन प्रो. गीतांजलि मिश्रा के मुताबिक अनुसंधान पद्धति पर पेपर दो मात्रात्मक और गुणात्मक तरीकों, कंप्यूटर अनुप्रयोगों, अनुसंधान नैतिकता और प्रासंगिक क्षेत्र में प्रकाशित शोध की समीक्षा, प्रशिक्षण, क्षेत्र कार्य आदि जैसे क्षेत्रों को कवर करेगा।
प्री-पीएचडी कोर्सवर्क में अब तीन पेपर
प्री-पीएचडी कोर्सवर्क के पाठ्यक्रम में इस समय दो कोर्स पेपर और आठ क्रेडिट अंक हैं। नए पीएचडी अध्यादेश के मुताबिक अब दो की जगह तीन कोर्स वर्क और आठ क्रेडिट की जगह 12 क्रेडिट अंक होंगे। संशोधित कार्यक्रम में तीन पेपर में दो अनिवार्य और एक वैकल्पिक होगा। शोध व प्रकाशन नैतिकता का पहला पेपर होगा। यह पेपर दो क्रेडिट अंको का तय किया गया है। इसके साथ ही दूसरा पेपर शोध पद्धति का होगा। जिसमें पांच क्रेडिट अंको का प्रावधान होगा। कोर्सवर्क के तीसरे पेपर में विशिष्ट शाखा में नवाचारी शोध के बारे में बताया जाए। तीसरा पेपर भी पांच अंको का तय किया गया है। जबकि तीसरे पेपर में विशिष्ट शाखा में नवाचारी शोध दृष्टिकोणों पर ध्यान दिया जाएगा। यह पेपर पांच क्रेडिट का तय किया गया है।
20 क्रेडिट का होगा प्रति सेमेस्टर
स्नातक में हर सेमेस्टर अब 20 क्रेडिट अंको का होगा। अभी तक प्रति सेमेस्टर 24 क्रेडिट अंक होते थे। जिसे अब नए स्नातक अध्यादेश के तहत 20 क्रेडिट अंको का कर दिया गया है। डीन एकेडमिक्स प्रो. गीतांजलि के अनुसार यूजीसी नियमों के तहत नए फ्रेमवर्क के साथ सामंजस्य होना जरूरी है। इसलिए पाठ्यक्रम को दोबारा तैयार किया जा रहा है।