Lucknow News: सपा और कांग्रेस में तुष्टीकरण की होड़, संभल के मसले पर डॉ. दिनेश शर्मा का तीखा रिएक्शन
Lucknow News: बांग्लादेश की स्थिति पर टिप्पणी करने का अनुरोध करने पर सांसद शर्मा ने कहा कि बांग्लादेश अराजकता के दौर से गुजर रहा है। बांग्लादेश कट्टरपंथियों एवं तालीबानियों के चंगुल में फंस चुका है।
Lucknow News: उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सांसद दिनेश शर्मा ने कहा कि समाजवादी पार्टी एवं कांग्रेस में तुष्टीकरण की दौड़ लगी हुई है। कौन दल कितना अधिक तुष्टीकरण का खेल खेल सकते हैं इसके लिए दोनो अपने अपने प्रयास कर रहे हैं।
डॉ शर्मा ने यह टिप्पणी तब की जब कि उनसे एक पत्रकार द्वारा पूछा गया कि सपा पुलिस पर भी आरोप लगा रही है कि वह भाजपा के कार्यकर्ताओं की तरह काम कर रही है तथा इस मुद्दे का सदन में भी उठाया जाएगा। डॉ शर्मा ने कहा कि कभी समाजवादी पार्टी का नाटक होता है और यह जानते हुए भी कि संभल में धारा 144 लगी हुई है तथा पहले दिन के बाद एक भी घटना नहीं घटी है। टेलीविजन पर यदि सपा के जाने का नाटक चल जाएगा। जब सपा जाएगी तो कांग्रेस भी जाएगी। यह नाटक तब भी हो रहा है जबकि 10 तारीख तक वहां पर सभी दलों के जाने पर रोक लगी हुई है। वहां धारा 144 लगी हुई है, जिसमें पांच से अधिक लोग एक जगह पर इकट्ठा नहीं हो सकते हैं। वास्तव में ये दल शांत हो गए संभल को अशांत करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि सम्भल तो संभल गया है किंतु उपचुनाव में पराजय के बाद विरोधी दल नहीं संभल पा रहे हैं। हाल के उपचुनाव में विपक्ष को जिस प्रकार करारी हार मिली है, उससे विपक्ष संभल नहीं पाया है। इन दोनों के बीच के मतभेद छिपे नहीं हैं। सपा अपने अल्पसंख्यक वोटों को कांग्रेस में जाने से बचाने में लगी है और कांग्रेस सपा के अल्पसंख्यक मतों को अपने पाले में लाना चाहती है। तो कांग्रेस इसके विपरीत का खेल खेल रही है। भाजपा सबको नागरिक मानकर उनके अधिकार दे रही है। इसीलिए अल्पसंख्यक अब भाजपा की ओर भाग रहे हैं तथा रामपुर एवं कुदरकी जैसे स्थानों में उसने भाजपा के पक्ष में मतदान किया और भाजपा वहां की सीट जीत गई। उन्हें यह पता चल गया कि अल्पसंख्यकों के हित से सपा या कांग्रेस को कुछ लेना देना नहीं है। ये दल तो वोट बैंक के रूप में उनका प्रयोग कर रहे हैं। इनको तो अल्पसंख्यकों का केवल वोट चाहिए चाहे यह झूठा भ्रम फैलाकर मिले या दंगा कराकर मिले। ये वोट के लालच में कुछ भी कर सकते हैं।
सांसद शर्मा ने कहा कि सम्भल के बारे में इन दोनों दलों के नेताओं के बयान सरासर झूठे हैं। न्यायालय में यह मामला लंबित है। सरकार ने हाईकोर्ट के रिटायर्ड न्यायाधीश की अघ्यक्षता में जो आयेाग गठित किया है उसने संम्भल का निरीक्षण किया है उनकी रिपोर्ट का इंतजार किया जाना चाहिए।
डॉ शर्मा से जब यह पूछा गया कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर आरोप लगाया है तो उनका कहना था कि आरोप लगाना स्वाभाविक है क्योंकि वे भाजपा से ही हारे हैं। कुंदरकी तक में हारे हैं, जहां अल्पसंख्यक 65 प्रतिशत हैं। वे कांग्रेस पर तो आरोप लगाएंगे नहीं। क्योंकि वह एक प्रकार से क्षेत्रीय पार्टी बन गई है, बल्कि अगर यह कहा जाय कि वह क्षेत्रीय पार्टी से भी छोटी पार्टी बन चुकी है। इसी प्रकाार सपा अध्यक्ष बसपा पर भी आरोप नही लगाएंगे। वे जानते हैं कि भाजपा पर आरोप लगाएंगे तो कम से कम अखबार में उनका नाम आ जाएगा। इसलिए चाहे समाजवादी पार्टी को या कांग्रेस दोनों भाजपा पर आरोप लगाते हैं।
बांग्लादेश की स्थिति पर टिप्पणी करने का अनुरोध करने पर सांसद शर्मा ने कहा कि बांग्लादेश अराजकता के दौर से गुजर रहा है। बांग्लादेश कट्टरपंथियों एवं तालीबानियों के चंगुल में फंस चुका है। वहां पर जिस प्रकार से इस्कान के शांतिप्रिय लोगों पर अत्याचार हुआ है, उसकी जितनी निंदा की जाय कम है। वहां पर अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर जो अत्याचार हो रहा है इस सबको देखते हुए कांग्रेस या सपा के मुंह से एक शब्द अभी तक नहीं निकला है क्योंकि वहां पर अल्पसंख्यक हिन्दू हैं। उन्होंने कहा कि वे अफगानिस्तान, फिलिस्तीन, बेरूत, लेबनान की बात तो कर सकते हैं किंतु बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिंदुओं की बात नही कर सकते। क्योंकि उसमें आपका वोट बैंक नहीं दिखता है। वोट बैंक की राजनीति करने वाले सपा, बसपा, कांग्रेस, माकपा, भाकपा एवं आप आज अस्तित्वविहीन से हो गए हैं। उनका कहना था कि सपा, बसपा, कांग्रेस, आज भारत की स्थिति में अस्तित्व बनाए रखने के लिए तरह तरह के आरोप लगाकर भारत की राजनीति में चर्चा में बने रहना चाहते हैं।