UP News:‘नीतीश और राजभर राजनीति के दो बड़े पलटूराम’, सपा दफ्तर के बाहर लगे होर्डिंग में सुभासपा प्रमुख पर निशाना

UP News: इंडिया गठबंधन के सूत्रधार नीतीश ने विपक्ष को तगड़ा झटका दिया है। कांग्रेस, सपा, शिवसेना यूबीटी समेत अन्य विपक्षी पार्टियां उन पर हमलावर है। उन्हें ‘पलटूराम’ कहा जा रहा है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2024-01-30 10:39 IST

Nitish kumar and OP Rajbhar  (photo: social media )

UP News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एकबार फिर पाला बदलने से इन दिनों देश की सियासत में हड़कंप मचा हुआ है। राष्ट्रीय स्तर पर पीएम मोदी को लोकसभा चुनाव में घेरने के लिए बने इंडिया गठबंधन के सूत्रधार नीतीश ने विपक्ष को तगड़ा झटका दिया है। कांग्रेस, सपा, शिवसेना यूबीटी समेत अन्य विपक्षी पार्टियां उन पर हमलावर है। उन्हें ‘पलटूराम’ कहा जा रहा है। समाजवादी पार्टी ने उनके बहाने अब अपने पुराने सहयोगी सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर को निशाने पर लिया है।

दरअसल, राजधानी लखनऊ स्थित सपा दफ्तर के बाहर एक होर्डिंग लगाई गई है, जिसमें बिहार सीएम नीतीश कुमार और पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर पर निशाना साधा गया है। होर्डिंग में दोनों नेताओं की तस्वीर लगी हुई है और लिखा है – ‘राजनीति के दो बड़े पलटूराम, जनता रहे इनसे सावधान’। यह होर्डिंग समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश सचिव युवजन सभा द्वारा लगाए गई है।

राजभर ने अखिलेश को बताया था दलबदलू

यूपी विधानसभा चुनाव के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) प्रमुख ओम प्रकाश राजभर और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के बीच छत्तीस का आंकड़ा चल रहा है। दोनों नेता एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इंडिया छोड़ एनडीए में शामिल होने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राजभर ने अखिलेश को निशाने पर लिया था। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि उन्हीं के कारण ममता बनर्जी और नीतीश कुमार इंडिया अलायंस से अलग हुए।

सोमवार को ओपी राजभर ने कन्नौज में सपा प्रमुख पर जोरदार हमला बोलते हुए उन्हें दलबदलू बताया था। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव खुद बार-बार गठबंधन करते हैं। वह खुद 9 बार गठबंधन बदल चुके हैं। मैंने उनका साथ इसलिए छोड़ा, क्योंकि उन्होंने पिछड़ों का हक लूटा। मैं जिस मकसद से वहां गया था, वो पूरा नहीं हुआ, इसलिए छोड़ आया। सबसे बड़े दलबदलू अखिलेश यादव हैं। कांग्रेस, बसपा, रालोद समेत कई पार्टियों से 9 बार गठबंधन कर चुके हैं।

सुभासपा सुप्रीमो ने आगे कहा कि मेरे सपा के साथ गठबंधन में रहते हुए भाजपा का आजमगढ़, अंबेडकरनगर और गाजीपुर में खाता तक नहीं खुला था। मेरा महत्व यहीं से समझ लें कि आजमगढ़ उपचुनाव के दौरान अखिलेश यादव जब एसी कमरे में बैठकर लूडो खेल रहे थे, तब मैंने सपा को एक लाख वोट दिलवाकर उनकी जमानत बचाई थी।

बता दें कि 2022 में विधानसभा चुनाव हारने के तुरंत बाद अखिलेश और राजभर के बीच तल्खी बढ़ गई थी। चुनाव परिणाम के एक साल से कुछ अधिक समय बाद ओपी राजभर ने एनडीए में घर वापसी कर ली। उनके एनडीए में जाने के साथ ही सपा हमलावर हो गई और दोनों के बीच अभी भी जुबानी जंग जारी है। 

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