Lucknow Crime: बैंक चोरी में शामिल थे कुल सात बदमाश, तीन पकड़े, चार फरार

Lucknow Crime: इंडियन ओवरसीज बैंक में हुई लूट के मामले में बैंक की बड़ी खामी उजागर हुई है। चोरों ने करीब तीन घंटे तक बैंक के लॉकर काट कर इत्मीनान से चोरी को अंजाम दिया। इस बीच बैंक के अलार्म नहीं बजे।

Report :  Santosh Tiwari
Update:2024-12-23 19:21 IST

 Lucknow Crime News ( Pic- Newstrack)

Lucknow Crime: चिनहट के मटियारी में हुई बैंक के लॉकर तोड़कर चोरी के मामले में नई जानकारी सामने आई है। 42 लॉकर तोड़कर उनमें रखा सामान चोरी करने की वारदात में कुल 7 बदमाश शामिल थे। यह जानकारी जेसीपी अमित वर्मा ने सोमवार को प्रेस वार्ता में दी है। उन्होंने बताया कि सुबह मुठभेड़ में अरविंद कुमार चौधरी नामक बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसके बाद पुलिस ने दो अन्य बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान बिहार के भागलपुर निवासी बलराम कुमार और बिहार के मुंगेर निवासी कैलाश बिंद के रूप में हुई है। आरोपियों के पास से बैंक से लूटा गया माल भी बड़ी मात्रा में बरामद हुआ है। साथ ही पुलिस को करीब 3 लाख रुपए की नकदी भी मिली है।

बैंक की खामियां उजागर, पुलिस की भी लापरवाही

इंडियन ओवरसीज बैंक में हुई लूट के मामले में बैंक की बड़ी खामी उजागर हुई है। चोरों ने करीब तीन घंटे तक बैंक के लॉकर काट कर इत्मीनान से चोरी को अंजाम दिया। इस बीच बैंक के अलार्म नहीं बजे। जांच में सामने आया कि अलार्म खराब थे। बैंक में कोई गार्ड भी मौजूद नहीं था। नतीजतन चोरों ने बड़ी आसानी से बैंक में लगे कुल 90 लॉकर में से 42 लॉकर तोड़ डाले। इसके बाद 40 लॉकर में रखा सामान साफ कर दिया। हालांकि अन्य दो लॉकर में उन्हें कुछ भी नहीं मिला।

खाताधारकों से संपर्क करेगी पुलिस

घटना में कुल कितना सामान चोरी हुआ है और प्रत्येक खाता धारक का क्या नुकसान हुआ है। यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस अब खाताधारक से संपर्क कर आंकलन की तैयारी में है। जेसीपी ने बताया कि जो लोग भी अपना सामान खोने का दावा कर रहे हैं उन्हें साक्ष्य भी देने पड़ेंगे कि उनका कितना और क्या सामान खोया है। इसके बाद ही बरामदगी के बाद वह सामान के हकदार माने जाएंगे। इसके अलावा पुलिस बैंक की खामियों को लेकर उनके अधिकारियों से भी पत्राचार करेगी।

जेल में विपिन की अन्य आरोपियों से हुई थी मुलाकात

जेसीपी अमित वर्मा ने बताया कि घटना में फरार आरोपी विपिन कुमार वर्मा है। जेल में इसकी मुलाकात अन्य आरोपियों से हुई थी। इसके बाद पूरी साजिश का ताना बाना बुना गया। पुलिस फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है। इनकी गिरफ्तारी के लिए चार टीमों को लगाया गया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह चोरी के इरादे से 17 दिसंबर को लखनऊ आए थे इसके बाद उन्होंने बैंक की रेकी कई बार की। छुट्टी का दिन देखकर आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया।

कैसे कटे लॉकर, कहीं मिलीभगत तो नहीं

आरोपियों ने बैंक के लॉकर कैसे काटे और उन्हें लॉकर की लोकेशन कैसे पता चली अभी तक यह सामने नहीं आया है। पुलिस भी इस बात का जवाब नहीं दे पा रही है। पुलिस का कहना है कि FSL द्वारा जांच की जा रही है। इसके बाद ही पता चलेगा कि लॉकर काटने में किन औजारों का इस्तेमाल हुआ है।

चार आरोपियों की तलाश जारी, ठिकाने पर भी नजर

वारदात में शामिल बिहार के लखीसराय का मिथुन, बिहार के ही असरगंज का सोबिंद कुमार, बिहार के मुंगेर जिले का सन्नी दयाल और विपिन वर्मा शामिल थे। यह चारों आरोपी अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। इनकी तलाश में चार टीमों को लगाया गया है। आरोपी 17 तारीख को लखनऊ पहुंचे इसके बाद उन्होंने लखनऊ में किस जगह को अपना ठिकाना बनाया अभी यह भी स्पष्ट नहीं है। पुलिस इनके ठिकाने को भी तलाश रही है।

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