Lucknow University: योग सेमिनार में बोले वक्ता- जीवन की चुनौतियों से लड़ने में सहायक अष्टांग योग

Lucknow University: मुख्य वक्ता मेजर डॉ. मनप्रीत कौर सोढी ने कहा कि अष्टांग योग के यम और नियम का अभ्यास करने से मन की निर्मलता और जीवन की पवित्रता बढ़ती है। जीवन में चुनौतियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।

Report :  Abhishek Mishra
Update:2024-06-10 18:30 IST

Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय की ओर से दसवें अंतराष्ट्रीय योग दिवस के मद्देनजर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में योग के माध्यम से छात्रों का समग्र विकास विषय पर संगोष्ठी का आयोजन हुआ। यहां नवयुग कन्या महाविद्यालय के दर्शनशास्त्र विभाग की अध्यक्ष मेजर डॉ. मनप्रीत कौर सोढी मुख्य वक्ता के रुप में मौजूद रहीं।

छात्रों के लिए योग लाभदायक

एलयू के योग हॉल में सोमवार को एक संगोष्ठी आयोजित हुई। मुख्य वक्ता मेजर डॉ. मनप्रीत कौर सोढी ने कहा कि अष्टांग योग के यम और नियम का अभ्यास करने से मन की निर्मलता और जीवन की पवित्रता बढ़ती है। जीवन में चुनौतियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। विद्यार्थियों के स्वास्थ्य में बढ़ोतरी के लिए वातायन आसन, पवनमुक्तासन, उत्तानपादासन, सेतुबंधासन और प्राणायामों में नाडी शोधन प्राणायाम, कपालभाति प्राणायाम, शीतली प्राणायाम लाभदायक हैं। डॉ. मनप्रीत कौर ने कहा कि छात्र, समाज और देश की महत्वपूर्ण कड़ी होते हैं। इन पर ही समाज और देश का विकास निर्भर है। छात्रों के कौशल और स्वास्थ्य के विकास में योग की विधियां लाभदायक हैं। जीवन की चुनौतियों से जूझने में भी योग कारगर है।

योग निद्रा का अभ्यास करें छात्र

समन्वयक डॉ. अमरजीत यादव ने बताया कि छात्र जीवन चुनौती पूर्ण होता है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं का दबाव रहता है। इस स्थिति में तनाव, उच्च रक्तचाप और नींद न आती हो तो छात्रों को योग निद्रा का अभ्यास करना चाहिए। योग संकाय ने छवि शांति धाम वृद्धा आश्रम जानकीपुरम में बुजुर्गों के स्वास्थ्य के लिए योग शिविर का आयोजन किया। जिसमें घुटने का दर्द, तनाव तथा अनिद्रा के आसनों का अभ्यास कराया गया।

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